Rakesh Kishore Advocate: पूर्व CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के साथ कड़कड़डूमा कोर्ट में मारपीट का मामला सामने आया है. ये घटना कोर्ट परिसर के भीतर हुई. सुरक्षाकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला. अभी तक इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है.
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दिख रहा है कि एक शख्स राकेश किशोर को चप्पल से मारने की कोशिश कर रहा है. वहीं इसके जवाब में राकेश किशोर भी अपना हाथ चला रहे हैं. साथ ही शख्स को गाली भी दे रहे हैं. इस दौरान कई लोग उन्हें बचाने का भी प्रयास कर रहे हैं.
वीडियो में दिख रहा है कि राकेश किशोर इस दौरान ‘सनातन धर्म’ की जय हो को नारा भी लगा रहे हैं. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि राकेश किशोर पर चप्पल चलाने वाला शख्स कौन है. फिलहाल सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हो रहा है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में बीते 8 अक्टूबर को राकेश किशोर ने पूर्व CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी. हालांकि, कोर्टरूम में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वक्त रहते पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं बाद में राकेश किशोर ने अपनी इस हरकत पर कहा था कि इसका उन्हें कोई पछतावा नहीं है.
कौन हैं राकेश किशोर?
राकेश किशोर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के रजिस्टर्ड सदस्य हैं और दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहते हैं. उन्होंने 2009 में दिल्ली बार काउंसिल में नामांकन कराया था.
क्या था पूर्व CJI पर जूता फेंकने का कारण?
दरअसल, मध्य प्रदेश के खजुराहो परिसर में क्षतिग्रस्त विष्णु प्रतिमा की पुनर्स्थापना से जुड़ी याचिका के सिलसिले में हुई थी. 16 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने खजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की सात फुट ऊंची मूर्ति के पुनर्निर्माण और पुनः स्थापना के लिए याचिका खारिज कर दी थी. कोर्ट ने इसे प्रचार हित याचिका करार दिया.
चीफ जस्टिस गवई ने कहा था- “यह पूरी तरह से प्रचार हित याचिका है. जाइए और स्वयं भगवान से कुछ करने के लिए कहिए. यदि आप भगवान विष्णु के प्रबल भक्त हैं तो प्रार्थना कीजिए और थोड़ा ध्यान भी कीजिए.” इसी टिप्पणी को लेकर राकेश किशोर नाराज थे और जूता फेंक दिया था. हालांकि, पूर्व CJI ने किशोर को चेतावनी देकर छोड़ने के लिए कहा था.

