Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले ही विपक्षी दलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ा शिकंजा कसा है. इस दौरान उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष चुनावी हार के बाद संसद को एक मंच के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने और क्या कुछ कहा जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
संसद ‘हताशा’ निकालने का है माध्यम
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि “पिछले कुछ समय से हमारी संसद या तो चुनावों के लिए कथित तैयारी की जगह या फिर चुनावी हार के बाद हताशा निकालने का एक माध्यम बन चुकी है”. इसके साथ ही उन्होंने सत्र को राजनीतिक रंगमंच न बनने की सभी से खास अपील भी की.
बिहार विधानसभा चुनाव पर क्या बोले पीएम मोदी
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “संसद सत्र निराशा का युद्धक्षेत्र के साथ-साथ विजय के बाद अहंकार का मंच बिल्कुल भी नहीं बनना चाहिए.” साथ ही उन्होंने बिहार विधानसभा में हार के बाद विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी निभाने को लेकर Depression से बाहर आने की सख्त से सख्त सलाह भी दी है.
पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति को दी बधाई
इतना ही नहीं, सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को राज्यसभा के सभापति के तौर पर उनके पहले सत्र की अध्यक्षता करने के लिए बधाई और साथ ही शुभकामनाएं भी दी. पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसी साल 21 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद चुनाव में राधाकृष्णन निर्वाचित हुए थे.
कितने दिनों चलेगा शीतकालीन सत्र?
यह शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा. इस दौरान सत्र में 15 बैठकें निर्धारित हैं. संसद का शीतकाली सत्र शुरू होते ही एक बड़ा बिल पेश होने जा रहा है. सिगरेट और तंबाकू जैसे प्रोडक्ट्स पर नया सेस लगाने के लिए सरकार बिल लाने जा रही है. इसमें पान मसाला और केंद्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर खर्च को पूरा करने के लिए नोटिफाई की गई किसी भी दूसरी चीज पर ‘हेल्थ सिक्योरिटी से नेशनल सिक्योरिटी सेस’ लगाने का बिल होगा.

