Patanjali-Amul Failed in Test : शहर में बिक रहे बड़े ब्रांड्स के उत्पादों पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं. हाल ही में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की जांच में पतंजलि का रिफाइंड आयल और अमूल की दही क्वालिटी के मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं. दोनों ही उत्पादों के सैंपल अप्रैल के महीने में शहर के अलग-अलग इलाकों से लिए गए थे, जिनकी लैब रिपोर्ट अब सामने आई है.
कहां से लिए गए थे सैंपल?
अमर उजाला की खबर की माने तो, फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने अप्रैल में वाराणसी रोड स्थित पतंजलि स्टोर और उसके गोदाम पर छापा मारा था. निरीक्षण के दौरान गोदाम में काफी गंदगी और खराब स्थिति में रखे ड्रमों में तेल पाया गया. टीम ने मौके से लगभग 1250 लीटर रिफाइंड आयल जब्त किया था. गोदाम संचालक ने बताया कि खराब पैकेजिंग वाले तेल को ड्रमों में डालकर वापस लखनऊ डिपो भेजा जाता है. लेकिन जब अधिकारियों ने इस प्रक्रिया से संबंधित दस्तावेज मांगे तो कोई वैध प्रमाण नहीं दिखाया जा सका.
इसी दौरान विभाग की एक अन्य टीम ने गोलघर क्षेत्र में अमूल ब्रांड के वैन से दही के पैकेटों के सैंपल लिए थे. दोनों सैंपल को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया था.
जांच में क्या पाया गया?
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट से मिली रिपोर्ट के अनुसार- पतंजलि के रिफाइंड आयल का सैंपल सही क्वालिटी पर खरा नहीं उतरा. तेल में वांछित शुद्धता और सुरक्षा लेवल नहीं पाए गए. वहीं अमूल की दही में भी जैसा सोचा था वैसा नहीं मिला. रिपोर्ट के मुताबिक, दही की क्वालिटी में वो सही नहीं था जो लोगों की सेहत के लिए जरूरी है.
सहायक आयुक्त (खाद्य) डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि दोनों कंपनियों के सैंपल फेल पाए गए हैं और अब उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. कंपनियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और चाहें तो वे अपने नमूनों की दोबारा जांच भी करवा सकती हैं.
क्या होगी अगली कार्रवाई?
फूड डिपार्टमेंट ने साफ कहा है कि अगर दोनों कंपनियां अपने उत्पादों की क्वालिटी साबित नहीं कर पाती हैं या नियमों का उल्लंघन साबित होता है, तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. विभाग ने ये भी चेतावनी दी है कि किसी भी व्यापारी या निर्माता को मानक से समझौता करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
डॉ. सिंह ने कहा- हम लोगों की सेफटी के लिए नियमित जांच कर रहे हैं. किसी भी ब्रांड को ये छूट नहीं दी जाएगी कि वो निम्न गुणवत्ता वाला खाद्य पदार्थ बाजार में बेच सके.
लोगों के लिए चेतावनी
इस घटना के बाद फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने आम लोगों से अपील की है कि वे खाने-पीने की चीजें खरीदते समय उत्पादन और समाप्ति तिथि जरूर देखें, पैकेजिंग में किसी तरह की गड़बड़ी हो तो तुरंत शिकायत करें.

