Gurgaon Metro Project: गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) मिलेनियम सिटी सेंटर के पास मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए एक वैकल्पिक यातायात मार्ग (डायवर्जन रूट) बनाने की योजना बना रही है. यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि मेट्रो निर्माण के दौरान ट्रैफिक सुचारू रहे और यात्रियों की सुरक्षा बनी रहे.
सबसे व्यस्त इलाकों में से एक
मिलेनियम सिटी सेंटर चौराहा गुरुग्राम के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक है. यहां से गोल्फ कोर्स रोड, सिग्नेचर टॉवर और सुभाष चौक की तरफ भारी ट्रैफिक जाता है. इसी flyover के पास, फोर्टिस अस्पताल के नजदीक, नया मेट्रो स्टेशन और खंभे (पिलर) बनाए जाएंगे. ऐसे में ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं से बचने के लिए रास्ता बदला जाएगा.
बनाया जा रहा है विस्तृत ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान
GMRL अधिकारियों ने बताया कि एक विस्तृत ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाया जा रहा है, जिसे ट्रैफिक पुलिस और नगर निकायों (civic agencies) के साथ मिलकर लागू किया जाएगा. यह योजना मेट्रो निर्माण शुरू होने से पहले लागू होगी ताकि लोगों को कम से कम परेशानी हो.
फिलहाल, फ्लाईओवर के नीचे ऑटो और रिक्शा खड़े होते हैं और छोटी गाड़ियां वहीं से मुड़ती हैं. लेकिन जैसे ही निर्माण कार्य शुरू होगा, यह रास्ता कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाएगा.
GMRL ने GMDA और HSVP के साथ बैठकें
ट्रैफिक के दबाव को संभालने के लिए GMRL ने GMDA और HSVP के साथ बैठकें की हैं. अधिकारी ने बताया कि मिलेनियम सिटी सेंटर स्टेशन के पीछे एक सड़क है जो अभी बंद है. इस सड़क को अस्थायी रूप से खोलने की योजना है ताकि निर्माण के दौरान ट्रैफिक उसी रास्ते से निकाला जा सके. इस सड़क के दोनों सिरों को जोड़ने का काम फिलहाल विचाराधीन है.
टेस्ट पाइल का चल रहा है काम
अभी साइट पर “टेस्ट पाइल” का काम चल रहा है ताकि मिट्टी की मजबूती जाँची जा सके. इसके बाद मुख्य पाइल (foundation) का डिजाइन तय किया जाएगा. फेज-1 में 15.3 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा, जिसमें 14 स्टेशन होंगे और 1.8 किलोमीटर का एक हिस्सा द्वारका एक्सप्रेसवे तक जाएगा. इसमें सेक्टर 33 डिपो से जोड़ने के लिए एक रैंप भी बनेगा.
एक अधिकारी ने बताया कि “लोड टेस्टिंग पूरी होने के बाद नवंबर में मुख्य पाइल का निर्माण शुरू होगा. फेज-1 का काम योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है.”
निर्माण में लगेगा 30 महीने का समय
फेज-1 का ठेका दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड और रंजीत बिल्डकॉन लिमिटेड (DBL-RBL) को 1,277 करोड़ रुपये की लागत से दिया गया है. निर्माण में करीब 30 महीने लगेंगे और यह लाइन साल 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है.

