Earthquake: उत्तराखंड में नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर में भूकंप (Earthquake)के तेज झटके महसूस किए गए हैं. असम के कई हिस्सों में रविवार शाम 4:41 बजे 5.8 तीव्रता (RicterScale)का तेज भूकंप आया, जिसका केंद्र उदलगुरी जिले में था. भूकंप की गहराई 5 किमी थी. फिलहाल, किसी प्रकार के जान-माल को नुकसान नहीं पहुंचा है.
भूकंप क्यों आता है ?
भूकंप धरती के अंदर 7 प्लेटों (Plates)के लगातार घूमने और टकराने से आता है. जब ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, तो उनके कोने मुड़ते हैं और ज्यादा दबाव बनने पर प्लेट्स टूटने लगती हैं. इस प्रक्रिया में नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिससे भूकंप आता है.
भूकंप के केंद्र और तीव्रता का मतलब
भूकंप का केंद्र एक ऐसा स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल होने से ऊर्जा निकलती है. इस स्थान पर भूकंप का कंपन (Earthquake Tremors)ज्यादा होता है. कंपन की आवृत्ति (Frequency)जैसे ही दूर होती जाती है, इसका प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगता है.
भूकंप की तीव्रता कैसे मापी जाती है ?
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल (RicterScale)से मापी जाती है, जिसे दूसरे शब्दों में रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल भी कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. वहीं, भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. अब हम आपको
भूकंप से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट्स के बारे में बताएंगे, जिससे पढ़कर आपको बेहद ही मजा आएगा.
भूकंप से जुड़े मजेदार फैक्ट्स
1. भूकंप की तीव्रता: रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है, जो 1 से 9 तक होती है
2. भूकंप के कारण: धरती के अंदर 7 प्लेट्स की गति और टकराव से भूकंप आता है
3. भूकंप का केंद्र: भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जहां भूकंप की उत्पत्ति होती है
4. भूकंप की गहराई: भूकंप की गहराई 5-700 किमी तक हो सकती है
5. भूकंप के प्रभाव: जान-माल की हानि, भवनों का विनाश

