Delhi Blast Case New Update: राजधानी दिल्ली में सोमवार को हुए लाल किले के मेट्रो स्टेशन पर हुए धमाके ने हर किसी को झकझोर दिया है. इस मामले में कई मोड़ सामने आए हैं. ताजा अपडेस्ट के मुताबिक, ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को एक महिला संदिग्ध, शाहिना, के बारे में नई जानकारी मिली है, जिसने इस मामले में एक नया मोड़ दे दिया है.
कौन हैं संदिग्ध महिला?
दिल्ली लाल किले के पास हुए ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को एक महिला संदिग्ध, शाहिना, के बारे में नई जानकारी मिली है, जिसने पूरे मामले को एक नई दिशा दे दी है. सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों को महिलापर शक है हमले की घटना के तुरंच बाद ही वह भारत से बाहर भागने की कोशिश में थी. इसके साथ ही विदेश जाने के लिए वीजा के लिए आवेदन किया था और उसका वेरिफिकेशन आधिकारिक रूप से शुरू भी हो चुका था.
हॉस्टल में छुपे हैं कई राज़?
सूत्रों के मुताबिक, वीजा वेरिफिकेशन की कोशिश के तहत 3 नवंबर को स्थानीय पुलिस का एक अधिकारी अल-फलाह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल पहुंचा था. जहां, महिला संदिग्ध रह रही थी. अधिकारी ने हॉस्टल के रूम नंबर 29 में जाकर शाहिना से संबंधित दस्तावेजों की जांच पड़ताल शुरू कर दी. उस समय यह प्रक्रिया एक सामान्य औपचारिकता मानी जा रही थी, लेकिन धमाके का खुलासा होने के बाद यह मामला और भी ज्यादा गंभीर होता हुआ चला गया.
दूसरे देश में जाना चाहती थी शाहिना
फिलहाल, जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हुई है कि शाहिना आखिर किस देश में जाना चाहती थी और ऐसा करके उसका वास्तविक मकसद क्या था. शुरुआती जांच में यह पता चला कि ब्लास्ट के बाद हुए घटनाक्रम के बाद वह जल्द से जल्द देश छोड़कर जाना चाहती थी. वीजा प्रक्रिया की तेजी से बढ़ती गति भी इस शक को और भी ज्यादा मजबूत करती है.
स्पेशल सेल ने जांच पड़ताल शुरू कर दी.
इसके अलावा, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों की टीम ने संदिग्ध महिला शाहिना के मोबाइल रिकॉर्ड, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, बैंकिंग गतिविधियों, सोशल मीडिया संपर्कों और हाल के महीनों में उसकी दिनचर्या की तेजी से जांच पड़ताल शुरू कर दी. इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसियां इस बात पर भी ध्यान दे रही हैं कि क्या वह पहले से ही किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा थी या फिर किसी संगठित समूह से भी संपर्क करने की कोशिश में थी.
अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने क्या दिया आश्वासन
इस घटना के बाद से अल-फलाह यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. तो वहीं, हॉस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों, स्टाफ और संबंधित कर्मचारियों से भी लगातार पूछताछ की जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि शाहिना के व्यवहार में पिछले दिनों कुछ असामान्य था या फिर नहीं.
वीजा आवेदन और वेरिफिकेशन की नई जानकारी ने मामले में कई सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल, एजेंसियां यह मान रही है कि धमाके के मामले की बड़ी साजिश को समजने में अहम भूमिका निभाई जा रही है.

