Cyber Fraud in Festive Season 2025 : त्योहारी सीजन आते ही बाजारों के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी खरीदारी का माहौल गर्म हो जाता है. लोग समय और भीड़ से बचने के लिए इंटरनेट के जरिए शॉपिंग करना ज्यादा पसंद करने लगे हैं. खासकर दिवाली, दशहरा और करवा चौथ जैसे बड़े त्योहारों के मौके पर ऑनलाइन स्टोर्स में भारी छूट और आकर्षक ऑफर्स की भरमार होती है.
लेकिन जहां एक तरफ लोग त्योहारों में खरीदारी में व्यस्त होते हैं, वहीं दूसरी तरफ साइबर अपराधी इस मौके का फायदा उठाने के लिए एक्टिव हो जाते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरान ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ जाती हैं. अपराधी नकली ई-कॉमर्स वेबसाइट, फर्जी डिस्काउंट ऑफर और गलत पेमेंट लिंक के जरिए लोगों को फंसा लेते हैं.
शानदार डील्स के जाल में फंसते लोग
त्योहारी रियायतों के नाम पर साइबर ठग ऐसे ऑफर पेश करते हैं जो असल में होते ही नहीं. बड़ी छूट और डील्स का लालच देकर वे यूजर्स से बैंकिंग और पर्सनल जानकारी ले लेते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, हर तीन में से एक भारतीय त्योहारी सीजन में ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होता है और करीब 37% लोग अपने पैसे गवां बैठते हैं.
डीपफेक से लेकर फर्जी OTP तक
आजकल साइबर ठग तकनीक का ज्यादा दुरुपयोग कर रहे हैं. डीपफेक वीडियो में सेलिब्रिटीज के नकली विज्ञापन, नकली ईमेल और ओटीपी के जरिए ठगी आम हो गई है. भारत में 64% लोग बेहतर डील्स और तेज डिलीवरी की चाह में ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, जिनमें से 77% मोबाइल फोन के माध्यम से शॉपिंग करते हैं. 25 से 44 साल की आयु वर्ग के लोग इसमें सबसे आगे हैं.
हर दिन होते हैं दर्जनों धोखाधड़ी के प्रयास
एक औसत भारतीय प्रतिदिन करीब 12 साइबर धोखाधड़ी प्रयासों का सामना करता है. 96% लोग इससे चिंतित हैं और 91% ने नकली गिफ्ट कार्ड या ऑफर का सामना किया है. इससे गुस्सा, शर्मिंदगी और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं भी सामने आती हैं.
साइबर सुरक्षा के लिए जागरूक रहें
विशेषज्ञों की सलाह है कि किसी भी अनजान वेबसाइट पर अपनी बैंक जानकारी न दें, संदिग्ध ईमेल या मैसेज पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच अवश्य करें और केवल भरोसेमंद वेबसाइट से ही खरीदारी करें.
ठगी हो तो तुरंत करें शिकायत
यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाए तो उसे तुरंत बैंक और स्थानीय साइबर क्राइम सेल को सूचित करना चाहिए. त्योहारों की खुशियां तभी बनी रहेंगी जब हम सतर्क रहकर शॉपिंग करें और धोखाधड़ी से बचें.

