Changur Baba Case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध धर्मांतरण कराने वाले छांगुर उर्फ जलालुद्दीन पर शिकंजा कस दिया है। ईडी ने छांगुर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद छांगुर बाबा को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने एजेंसी को छांगुर बाबा की पाँच दिन की रिमांड दी है।
ईडी ने मांगी थी छांगुर से पूछताछ के लिए 7 दिनों की रिमांड
केंद्रीय जाँच एजेंसी ईडी ने छांगुर बाबा से पूछताछ के लिए 7 दिन की रिमांड मांगी थी। धन शोधन मामले में छांगुर बाबा पर अवैध धर्मांतरण, विदेशी धन के इस्तेमाल और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों से जुड़ी साजिश रचने का आरोप है।
हाल ही में, इसी मामले में ईडी की लखनऊ शाखा ने पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत छांगुर बाबा और उनके करीबी सहयोगियों के बलरामपुर, लखनऊ और मुंबई स्थित 15 ठिकानों पर छापेमारी की। बलरामपुर जिला प्रशासन ने शनिवार को छांगुर बाबा के भतीजे सबरोज़ के अवैध ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
छांगुर का गिरोह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल
गैड़ास बुजुर्ग थाना क्षेत्र के रेहरा माफ़ी गाँव में सबरोज़ का घर सरकारी (ग्राम समाज) ज़मीन पर अवैध रूप से बना हुआ था। ज़िला प्रशासन ने पहले भी नोटिस दिया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। प्रशासन की टीम वहाँ पहुँची और बुलडोज़र चला दिया। छांगुर का गिरोह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल था और देशभर में अवैध काम कर रहा था। इसमें उसके साथ कई लोग शामिल थे। छांगुर के कई राज़ सामने आए हैं, लेकिन संदिग्ध या प्रतिबंधित संगठनों से उसके संबंधों की जाँच चल रही है।
छांगुर मुख्य रूप से धर्मांतरण के काम में शामिल था। हाल ही में राज्य पुलिस ने बड़े धर्मांतरण गिरोहों का पर्दाफ़ाश किया था। आगरा में दो बहनों के लापता होने के मामले की जाँच के दौरान पुलिस ने एक ऐसे नेटवर्क का पर्दाफ़ाश किया जो छह राज्यों में फैला हुआ था।

