Testosterone Problems: पुरुष प्रजनन क्षमता के लिए जिम्मेदार सेक्स हार्मोन को टेस्टोस्टेरोन कहा जाता है. टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के अंडकोष में बनता है. दरअसल, यह हार्मोन सीधे तौर पर पुरुषत्व से जुड़ा होता है. इसका सीधा संबंध चेहरे पर बाल, मांसपेशियों और यौन क्षमता से है. यह हार्मोन सभी पुरुषों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है. टेस्टोस्टेरोन में कमी कई शारीरिक कार्यों को प्रभावित करती है, लेकिन यौन प्रदर्शन सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. हालांकि 40 साल की उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन का स्तर आमतौर पर हर साल दो प्रतिशत कम हो जाता है, लेकिन कई कारणों से यह पहले भी कम हो सकता है. कभी-कभी, चोट और बीमारियाँ भी टेस्टोस्टेरोन में कमी का कारण बन सकती हैं. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन में कमी को हाइपोगोनाडिज़्म कहा जाता है. ब्रिटिश पब्लिक हेल्थ सिस्टम के अनुसार, हर हज़ार में से पांच लोग हाइपोगोनाडिज़्म से पीड़ित हैं.
शरीर पर टेस्टोस्टेरोन की कमी के प्रभाव
टेस्टोस्टेरोन की कमी से थकान और सुस्ती आती है. इससे अवसाद, चिंता और चिड़चिड़ापन होता है. टेस्टोस्टेरोन का यौन जीवन पर सबसे ज़्यादा प्रभाव पड़ता है, इसलिए इसकी कमी से यौन इच्छा में कमी आ सकती है. कुछ मामलों में, नपुंसकता भी हो सकती है. इस कमी के कारण लंबे समय तक व्यायाम करना भी मुश्किल हो सकता है. टेस्टोस्टेरोन की कमी से दाढ़ी-मूँछों का विकास कम हो सकता है और पसीना ज़्यादा आ सकता है. याददाश्त और एकाग्रता भी कमज़ोर हो सकती है. लंबे समय तक हाइपोगोनाडिज़्म से हड्डियों को नुकसान हो सकता है. इससे हड्डियाँ कमज़ोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है.
टेस्टोस्टेरोन कैसे बढ़ाएं
हेल्थलाइन के अनुसार, कई अध्ययनों ने साबित किया है कि व्यायाम टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाता है. टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए वेटलिफ्टिंग सबसे अच्छा व्यायाम है. कैफीन और क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं.
आप जो खाते हैं उसका सीधा संबंध टेस्टोस्टेरोन से होता है. आपके आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा का संतुलन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है. हालाँकि, बहुत ज़्यादा खाना टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. साबुत अनाज में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा की संतुलित मात्रा होती है, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को काफ़ी बढ़ा सकते हैं.
अन्य औषधीय जड़ी-बूटियां जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकती हैं, उनमें हॉर्नी गोट वीड (चीन और जापान की मूल निवासी खरपतवार), मुकुना प्रुरिएंस और शिलाजीत शामिल हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.

