फेस्टिव सेल के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी: फर्जी लिंक्स से जरा हो जाएं सावधान !

देश में त्योहार शुरू होते ही स्कैमर्स (Scammers) तेजी से अपना जाल बिछाना शुरू कर देते हैं. WhatsApp और अन्य सोशल मीडिया पर फर्जी लिंक्स (Fake Links) के जरिए लोगों से ठगी (Cyber Crime) की वारदात को बड़े ही चलाक तरीके से अंजाम दिया जाता है. अगर आप भी इन फर्जी लिंक्स पर भरोसा करते हैं तो ये खबर आपके लिए है.

Published by DARSHNA DEEP

Shopping Link Biggest Scam: जैसे-जैसे त्योहारों का मौसम शुरू होने वाला होता है, वैसे-वैसे Amazon और Flipkart जैसी ई-कॉमर्स (E-Commerce) कंपनियों की सेल की शुरुआत होने लगती है. इसी मौके की तलाश में बैठे ये ऑनलाइन साइबर ठग (Online Cyber Fraud) लोगों को अपने जाल में फंसाने का काम शुरू कर देते हैं. लोग अकसर इन फर्जी लिंक्स (Fake Links) पर भरोसा करके अपनी मेहनत की कमाई को हमेशा के लिए खो देते हैं. तो आइए जानते हैं ये साइबर अपराधी कैसे फर्जी लिंक्स के जरिए अपना काम करत हैं, और क्या है इससे बचने का सबसे आसान तरीका. 

AI ने स्कैमर्स को बनाया और ज्यादा शातिर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी (AI) के आने से यह समस्या और भी गंभीर हो गई है. अब स्कैमर्स (Scammers) के लिए क्लोन वेबसाइट्स (Clone Websites) बनाना बेहद ही आसान हो गया है, जो बिल्कुल असली Amazon या Flipkart की तरह दिखती है. इन नकली वेबसाइटों (Fake Websites) पर बनाए गए पेमेंट पेज इतने असली लगते हैं कि यूज़र्स को अकसर धोखा हो जाता है. जैसे ही यूज़र पेमेंट करता है, उसका पैसा सीधे स्कैमर्स के अकाउंट में चला जाता है.

कैसे पहचानें कौन है असली और कौन है नकली

धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ आसान तरीकों का पालन करना बेहद ही ज़रूरी है. चलिए जानते हैं, असली और नकली के साफ फर्क के बारे में. 

सबसे पहले लिंक की करें जांच

किसी भी अनजान  लिंक पर क्लिक करने से पहले बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. अगर कोई लिंक आपको WhatsApp व्हाट्सएप या फिर किसी अन्य मैसेजिंग ऐप पर मिला है, तो सीधे उस पर क्लिक ने करें. क्लिक करने के बजाय, खुद से Amazon या Flipkart का ऐप खोलें और फिर ऑफर की गहनता से जांच करें.स्कैमर्स (Scammers)से बचने का ये सबसे बेहतरीन तरीका है.  

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आधिकारिक वेबसाइट का करें इस्तेमाल

हमेशा खरीदारी के लिए सीधे कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट और ऐप का ही इस्तेमाल करें. ताकी सही मायनो में आपको बेहतरीन जानकारी मिल सके. 

जल्दबाजी से बचने की करें कोशिश

ठग अक्सर ‘ऑफर ख़त्म होने वाला है’ जैसी अर्जेंसी का इस्तेमाल करते हैं. इस तरह के दबाव में आकर कभी भी जल्दबाजी करने की कोशिश न करें. ये बाद में आप पर भारी पड़ सकता है. 

टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें

अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को हमेशा चालू रखें. याद रखें, आपकी मेहनत की कमाई की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है.

इन झूठे मैसेजेस में दावा किया जाता है कि 20,000-40,000 रुपये का महंगा फोन सिर्फ 1 रुपये में मिल रहा है. लोग इस तरह के आकर्षक ऑफर्स को देखकर बिना सोचे-समझे इन लिंक्स पर क्लिक कर देते हैं और अपनी सालभर की कमाई को हमेशा के लिए खो देते हैं.

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