Categories: दिल्ली

दिल्ली में फैली ‘बीमारी’ से लोगों में दहशत, पानी पीना भी हुआ दूभर; जानें पूरा मामला

Delhi News: इस साल अब तक लगभग 250 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य अधिकारी दूषित पेयजल और बाढ़ के बाद के प्रदूषण को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं.

Published by Shubahm Srivastava

Delhi Cholera Cases: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण और दूषित पानी हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है. अब, यह दिल्ली वासियों के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरा है. दरअसल, हाल ही में राजधानी में हैजा के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हुई है, और ज़्यादातर मामले उत्तरी दिल्ली में सामने आ रहे हैं. हालांकि अभी तक किसी की मौत की सूचना नहीं है, लेकिन हर नगरपालिका क्षेत्र से हैजा के मामले सामने आ रहे हैं.

आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक लगभग 250 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य अधिकारी दूषित पेय जल और बाढ़ के बाद के प्रदूषण को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं. सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर रोजाना तीन से चार हैजा के मामले देखने की सूचना दे रहे हैं.

दिल्ली में हैजा के मामलों पर एक नजर

2018 की तुलना में, दर्ज मामलों की संख्या 2019 की तुलना में दोगुनी है. उस समय, उत्तरी दिल्ली के बढ़ौला गांव में एक बड़ा प्रकोप हुआ था, जहां 134 मामले सामने आए थे. अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि 2024 में कोई मामला दर्ज नहीं किया जाएगा, लेकिन इस साल अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ ने उन्हें आंकड़े दोबारा दर्ज करने पर मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि संक्रमित लोगों की उम्र और स्थान जैसे कारकों का अभी पता लगाया जाना बाकी है.

पीने के पानी की खराब गुणवत्ता है असल वजह

राज्य सरकार के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ये सभी मामले, खासकर बाढ़ के बाद, खराब पेय जल गुणवत्ता के कारण हैं. लगभग सभी इलाकों में मामले सामने आए, लेकिन सबसे ज़्यादा मामले बुराड़ी और उत्तर भारत के शहरी गाँवों जैसे इलाकों से आए. दिल्ली सरकार के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) और केंद्रीय स्वास्थ्य खुफिया ब्यूरो की रिपोर्टों के अनुसार, इस साल के आँकड़े 2014 से 2020 तक उपलब्ध आँकड़ों की तुलना में मामलों में वृद्धि दर्शाते हैं.

Related Post

2021 से 2024 तक का कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. हालांकि, दिल्ली सरकार आधिकारिक तौर पर इससे सहमत है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने स्वीकार किया कि कई मामले पकड़ में नहीं आते और दंड की कोई व्यवस्था नहीं है. इसलिए, हर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी आईडीएसपी पोर्टल पर डेटा अपडेट नहीं करता. इसमें खामियां हैं.

क्या है हैजा बीमारी?

हैजा एक तेज़ी से फैलने वाला दस्त रोग है जो अगर तुरंत इलाज न किया जाए तो गंभीर निर्जलीकरण और मृत्यु का कारण बन सकता है. यह जीवाणु मल-दूषित पानी के माध्यम से फैलता है. इसलिए, यह रोग कम समय में कई लोगों तक पहुंच सकता है. यही कारण है कि भारी मानसून के बाद भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अकसर इसका प्रकोप होता है, भले ही लोग दवाएँ ले रहे हों.

दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता: एनकाउंटर में दो गैंगस्टर गिरफ्तार

Shubahm Srivastava
Published by Shubahm Srivastava

Recent Posts

Shani Mahadasha Effect: शनि की महादशा क्यों होती है खतरनाक? जानें इसके प्रभाव को कम करने के उपाय

Shani Mahadasha Effects: शनि को न्याय का देवता और कर्मों का फल देने वाला ग्रह…

December 5, 2025

DDLJ के हुए 30 साल पूरे , लंदन में लगा ऑइकोनिक ब्रॉन्ज स्टैच्यू, फोटोज हुईं वायरल

DDLJ Completes 30 Years: फिल्म DDLJ के 30 साल पूरे होने पर लंदन के लीसेस्टर…

December 5, 2025

Putin India Visit: आतंकवाद से लेकर न्यूक्लियर एनर्जी तक, संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में PM मोदी की 10 बड़ी बातें! देखती रह गई पूरी दुनिया

भारत-रूस शिखर सम्मेलन के बाद हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में PM मोदी ने दोस्ती को…

December 5, 2025

कौन थी रतन टाटा की सौतेली माँ सिमोन टाटा? 95 साल की उम्र में निधन, Lakmé को बनाया था भारत का नंबर-1 ब्रांड

लैक्मे (Lakmé) को भारत का नंबर 1 ब्रांड बनाने वाली सिमोन टाटा का 95 वर्ष…

December 5, 2025