Mokama Murder Case: बिहार के बहुचर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में शनिवार देर रात बाहुबली और जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ा दिया है. लेकिन इस खबर का असली केंद्र सिर्फ अनंत सिंह नहीं हैं बल्कि वे दो अधिकारी, जिनकी सख्त रणनीति, पल-पल की मॉनिटरिंग और क़ानून-व्यवस्था पर मजबूत पकड़ ने इस हाई-प्रोफ़ाइल कार्रवाई को अंजाम तक पहुँचाया. आज हम आपको मिलवाते हैं पटना के डीएम त्यागराजन एमएस और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा से दो ऐसे सख्त, शांत और प्रशासनिक समझ वाले अफसर, जिन्होंने दबाव और राजनीति के बीच क़ानून को सर्वोपरि रखा.
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी की घोषणा की. इस बीच, पटना DM डॉ. त्यागराजन MS ने कहा कि प्रशासन ने मोकामा की घटना को बहुत गंभीरता से लिया है. आइए पटना के SSP और DM त्यागराजन के बारे में और जानें.
DM त्यागराजन MS
पटना के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट त्यागराजन MS बिहार कैडर के 2011 बैच के IAS ऑफिसर हैं। वे कोयंबटूर के रहने वाले हैं. उन्होंने 2008 में कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज से MBBS की डिग्री ली. अपनी मेडिकल डिग्री के बावजूद, उन्होंने सिविल सर्विस में अपना करियर बनाने का फैसला किया. वे 2010 में IPS ऑफिसर और फिर 2011 में IAS ऑफिसर बने. उनके एडमिनिस्ट्रेटिव करियर की शुरुआत बिहार के पूर्णिया जिले में एक ट्रेनी ऑफिसर के तौर पर हुई थी. इसके बाद उन्हें पटना सिटी का सब-डिविजनल ऑफिसर (SDO), बिहार शरीफ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन का कमिश्नर, 2015 में नालंदा का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM), 2019 में दरभंगा का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) और 2021 के आखिर में गया का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) बनाया गया.
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा असल में झारखंड के रहने वाले हैं. उनके पास B.Tech और मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा है. वह बिहार कैडर के 2014 बैच के IPS ऑफिसर हैं. वह जून 2025 में पटना के SSP (सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) बने. इससे पहले वह पूर्णिया जिले के SSP रह चुके हैं, जहाँ उन्होंने कई गंभीर अपराधों को सफलतापूर्वक सुलझाया.

