बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम से पहले वोट चोरी का मुद्दा गरमा गया है. कांग्रेस ने X पर तस्वीरें पोस्ट करके आरोप लगाया कि BJP और चुनाव आयोग मिलकर ‘वोट चोरी’ कर रहे हैं. भारतीय निर्वाचन आयोग भले ही फर्जी वोटिंग पर लगाम लगाने के दावे करे, लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही तस्वीरें इसके उलट कहानी कह रही हैं.
बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के प्रमुख नेताओं में शुमार राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने ‘वोट चोरी’ का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. आरोप लगाए कि फर्जी वोटिंग की जा रही है और भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) इस मुद्दे पर चुप बैठा है. अब दो ताजा मामलों ने EC की पोल खोल कर रख दी है. पहला मामला राहुल गांधी खुद मीडिया के समक्ष लेकर आए हैं, जबकि दूसरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दोनों ही मामलों में दो शख्स कई राज्यों में वोट डालते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर उठाया, किया अजीत झा के कई जगह वोटिंग का जिक्र
पहला मामला अजीत झा से जुड़ा है, जिसमें यह शख्स दिल्ली समेत कई राज्यों में वोट देता है. कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट डाला है. इसमें लिखा है- ‘अजीत ने हरियाणा चुनाव, दिल्ली चुनाव और अब बिहार चुनाव में वोट किया है. अजीत झा के पिता मिथिलेश झा के भी 3 वोटर आईडी हैं.’ इसी पोस्ट में कांग्रेस ने सवालिया लहजे में लिखा है- ‘ये है नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग की ‘वोट चोरी व्यवस्था’- आदमी 1 वोट 3. इसी ‘वोट चोरी व्यवस्था’ का पर्दाफाश नेता विपक्ष
@RahulGandhi ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया था. अब ‘वोट चोरी’ की ये व्यवस्था सबके सामने है. ज्ञानेश कुमार जी, ये सबूत काफी हैं?’
‘चल रही है लोकतंत्र की हत्या लाइव’
इस पर राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया में X पर पोस्ट किया है- ‘BJP के लाखों लोग खुलेआम अलग-अलग राज्यों में घूम-घूमकर वोट डालते हैं और इस चोरी को छुपाने के लिए सारे सबूत मिटा दिए जाते हैं. BJP और EC मिलकर खुलेआम vote चोरी कर रहे हैं – लोकतंत्र की हत्या लाइव चल रही है.
एक अन्य मामला प्रभात कुमार से जुड़ा है, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें प्रभात कुमार बिहार में मतदान करते हैं. इससे पहले वह देहरादून नगर निगम चुनाव में 23 फरवरी, 2025 को वोटिंग कर फोटो शेयर करते हैं. एक अन्य भी वायरल है, जिसमें 19 अप्रैल, 2024 को उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करते हैं.
क्या है फर्जी वोटिंग पर सजा
फर्जी वोटिंग पर सजा का प्रावधान है. नियमों के अनुसार, अगर किसी के पास 2 वोटर कार्ड हैं तो यह EC के नियम 17 का उल्लंघन है. ऐसे में ऐसे शख्स को कानून के तहत 1 साल की सजा का प्रावधान है. वहीं, फर्जी वोटिंग पर 500 रुपये तक जुर्माना और 1 साल की सजा का प्रावधान है.

