DA Hike 2025: 8वें वेतन आयोग की खबर मिलते ही केंद्रीय कर्मचारियों का मन बेताब हो गया है. हर कोई जानना चाहता है कि इसके लागू होने के बाद उनकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी. तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि निचले स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्च स्तर के अधिकारियों तक, हर कोई अपनी सैलरी का हिसाब लगाने में लगा हुआ है. इस श्रृंखला में, आज हम लेवल 8 (ग्रेड पे-4800) के उन अधिकारियों के बारे में बात करेंगे जो प्रबंधन और पर्यवेक्षण में अहम भूमिका निभाते हैं. सवाल यह उठता है कि 8वें वेतन आयोग के बाद इन अधिकारियों के जीवन में कितने अहम आर्थिक बदलाव आएंगे? क्या उनका शुद्ध वेतन ₹1 लाख से ज़्यादा हो जाएगा? चलिए इसका जवाब जान लेते हैं.
क्या है वेतन बढ़ाने वाला ‘फिटमेंट फैक्टर’?
आपको बता दें कि किसी भी वेतन आयोग का मूल उसका ‘फिटमेंट फैक्टर’ होता है. यह एक गुणक है जिसका इस्तेमाल आपके वर्तमान मूल वेतन को गुणा करकेआपका नया मूल वेतन तय करने के लिए किया जाता है. तो आपको बता दें कि 7वें वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिससे न्यूनतम मूल वेतन ₹7,000 से बढ़कर ₹18,000 हो गया. वहीं 8वें वेतन आयोग की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन रिपोर्टों की माने तो फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 2.86 के बीच हो सकता है. पिछले अभ्यासों के आधार पर, 1.92 फिटमेंट फैक्टर एक वास्तविक संभावना प्रतीत होती है. हम अपनी पूरी गणना इसी 1.92 फिटमेंट फैक्टर पर आधारित करेंगे.
क्या महंगाई भत्ता होगा Zero ?
अब सवाल उठता है सरकार के इस कदम के बाद क्या महंगाई भत्ता 0 हो जाएगा? यह एक ऐसा सवाल है जो हर कर्मचारी के मन में उठता है. तो आपको बता दें इसका जवाब है, हां! नया वेतन आयोग लागू होते ही महंगाई भत्ता (DA) शून्य हो जाएगा. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अब तक प्राप्त सभी महंगाई भत्ता आपके नए मूल वेतन में समाहित हो जाता है. मौजूदा महंगाई भत्ता (जो पहले ही 50% से अधिक हो चुका है) नए मूल वेतन का हिस्सा बन जाएगा. इसके बाद, नए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर महंगाई भत्ते की गणना फिर से शून्य से शुरू होगी, जो हर छह महीने में बढ़ता रहेगा.

