Former RJD Leader Murder News: बिहार के पटना जिले के मोकामा टाल क्षेत्र में चुनावी गहमागहमी के बीच एक सनसनीखेज हत्या की घटना सामने आई है. जहां, दो राजनीतिक गुटों के बीच हुई झड़प और फायरिंग में पूर्व आरजेडी नेता और जनसुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव की गोली लगने से मौत हो गई है.
कब और कैसे हुई पूरी घटना
दुलारचंद यादव अपने समर्थकों के साथ जनसुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तभी दूसरे गुट से उनकी झड़प हो गई. देखते ही देखते झड़प जल्द ही बेकाबू हो गई और फायरिंग शुरू हो गई. इस दौरान दुलारचंद यादव को सीने में गोली गली, जिससे उनकी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई.
कौन थे मृतक दुलारचंद यादव?
दुलारचंद यादव मोकामा टाल इलाके में एक जाना-माना नाम थे, राजनीति में उन्हें हर कोई जानता था. वे कभी लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते थे और आरजेडी के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक भी थे. साल 1990 के दशक में लालू यादव के सत्ताकाल के दौरान उनकी पकड़ इस क्षेत्र में काफी मजबूत थी. उन्हें आरजेडी के ग्राउंड-लेवल काडर को खड़ा करने वालों में से एक माना जाता था.
इसके अलावा हाल के कुछ सालों में उन्होंने जनसुराज आंदोलन का समर्थन भी किया था और मोकामा सीट से चुनाव लड़ रहे पीयूष प्रियदर्शी के करीबी बन गए थे. इतना ही नहीं उन्होंने हाल ही में लल्लू मुखिया के समर्थन में एक चुनावी गीत भी गाया था. राजनीति के अलावा उनका स्थानीय सामाजिक दायरा भी काफी बड़ चुका था.
पुलिस की जांच और संवेदनशीलता
मोकामा टाल इलाका हमेशा से ही राजनीतिक रूप से संवेदनशील रहा है, जहां राजनीति और अपराध का गहरा मेल देखने को मिलता है. दुलारचंद यादव की हत्या ने एक बार फिर इलाके की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना की सूचना मिलते ही ASP बाढ़, ग्रामीण SP और SSP पटना मौके पर पहुंचे जहां, उन्होंने स्थिति का जायजा लिया. फिलहाल, घटना के बाद से इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दिया है.
घटना पर ASP बाढ़ ने क्या दी जानकारी?
ASP बाढ़ ने घटना पर जानकारी देते हुए बताया है कि फिलहाल, यह मामला आपसी झड़प का लग रहा है. उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह विवाद प्रचार के दौरान किसी पुरानी रंजिश या राजनीतिक वर्चस्व को लेकर भी हो सकता है. पुलिस ने मौके से कुछ खोखे बरामद किए हैं और अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जाएगी.

