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Viral Video: ब्रज के राधाकुंड में सुबह करीब 4 बजे ब्रह्ममुहूर्त का पवित्र सन्नाटा फैल हुआ था. हल्की ठंडक, शांत वातावरण और चारों ओर दिव्य ऊर्जा के बीच अचानक एक साधक की पुकार गूंजी-राधा-राधा… यह कोई साधारण आवाज नहीं थी, बल्कि एक आत्मा की अपने आराध्य से की गई प्रेम-भरी संवाद जैसी थी. उसकी यह ऊंची पुकार सिर्फ एक अवाजा नहीं, बल्कि गहरा समर्पण, शुद्ध भक्ति और प्रेम की वह लहर थी, जिसने वज्र की गलियों से लेकर वातावरण तक सब कुछ भिगो दिया. उसकी पुकार इतनी भावपूर्ण थी कि मानो पूरा राधाकुंड उस प्रेम में डूबा गया हो. माना जाता है कि राधा रानी के नाम को जब सच्चे मन से पुकारा जाए, तो वह व्यर्थ नहीं जाता. इस क्षण ने यह एहसास कराया कि राधा रानी हर उस भक्त की पुकार अवश्य सुनती हैं, जो सच्चे प्रेम और भक्ति से उनका नाम लेता है.

