Vaibhav Suryavanshi, The Rising Star: वो कहते हैं न छोटा पैकेट बड़ा धमाका! ये कहावत वैभव सूर्यवंशी पर बिल्कुल सटीक बैठती है. अगर उनकी बल्लेबाजी को एक शब्द में बताया जाए तो, वह शब्द है “निडरता”. केवल 14 साल की उम्र में उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से पूरेदेशवासियों का दिल बड़े ही आसानी से जीत लिया है. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया है, मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है.
खेल शैली और मुख्य खामियां
वैभव सूर्यवंशी की सबसे बड़ी ताकत ही उनकी सबसे बड़ी खामी भी साबित होती है. उनका अत्यधिक आक्रामक रुख उन्हें पहली ही गेंद से बड़े शॉट खेलने के लिए बुरी तरह से प्रेरित कर देता है. तो वहीं, दूसरी तरफ वह पारंपरिक क्रिकेट के बुनियादी सिद्धांतों, जैसे मजबूत डिफेंस और गेंदों को छोड़ने के धैर्य को पूरी तरह से त्याग कर देते हैं.
‘इकारस’ से क्यों की जाती है तुलना
दरअसल, यह बात अपने आप में ही हैरान करने वाली है कि उनकी तुलना ‘इकारस’ से की जा सकती है, जो सूरज के बहुत करीब उड़ने के जोखिम में अपने पंख जला बैठा था. वैभव भी बड़े और तेज़ शॉट्स के चक्कर में आकर कई लंबी पारी खेलने का मौका ज्यादातर गंवा देते हैं. इसके बाद भी उनके अंदर धैर्य भी देखने को मिलता है, जो टेस्ट या फिर लंबी अवधि के क्रिकेट के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसके साथ ही उन्होंने आगे भी यह खुद से भी स्वीकार किया है वह और भी ज्यादा बेहतर और लंबी पारियां खेल सकते थे अगर वह थोड़ो से और ज्यादा संयमित (Restrained) होते.
सकारात्मक पक्ष और T-20 में क्या है प्रभाव?
वैभव सूर्यवंशी की शैली आधुनिक T-20 क्रिकेट के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है. जहां राहुल द्रविड़ जैसी रक्षात्मक तकनीक की तुलना में साहस और ‘बेस’ (Base) की ज्यादाआवश्यकता होती है, तो वहां वैभव एक मैच-विजेता बनकर करोड़ों भारतीयों के साथ-साथ अन्य खिलाड़ियों के सामने तेजी से उभरते जा रहे हैं. इसके अलावा उनकी मानसिकता दबाव में बिखरने के बजाय और ज्यादा आक्रामक होने की है, जो उन्हें बड़े मैचों का खिलाड़ी बनाने में उनकी पूरी तरह से मदद भी ककती है. वह शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों से प्रेरित हैं और बड़े रिकॉर्ड बनाने की भूख रखने में बेहद ही माहिर हैं.
वैभव सूर्यवंशी एक विलक्षण प्रतिभा (Record-Breaking Talent) हैं, जिनकी पहचान उनकी आक्रामक बल्लेबाजी से है. लेकिन, उनकी शुरुआती खामी क्रिकेट के बुनियादी नियमों और तकनीक की अनदेखी करना है. अगर वह अपनी विस्फोटक शैली को धैर्य और संतुलित तकनीक के साथ मिला लें, तो वह दिन दूर नहीं, जब आने वाले भविष्य में क्रिकेट जगत के महानतम खिलाड़ियों की श्रेणी में वैभव सूर्यवंशी का भी नाम होगा.

