मशहूर तमिल फिल्म डायरेक्टर ने उठाए OTT प्लेटफॉर्म्स पर सवाल, एक साथ लगाए कई आरोप; जानें आखिर क्या है वजह?
RK Selvamani Slams OTT Platforms: डायरेक्टर आर.के. सेल्वमणि ने OTT प्लेटफॉर्म्स की आलोचना करते हुए उन पर एक्टर्स की सैलरी बढ़ाने और इस वजह से उन्हें फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि “इस गड़बड़ी से प्रोडक्शन कॉस्ट बहुत ज़्यादा बढ़ गई है, जिससे आज बड़े बजट की फिल्में बनाना लगभग नामुमकिन हो गया है.” दरअसल, सेल्वमणि ने इंडस्ट्री के भविष्य के लिए समाधान खोजने के लिए सिनेमा इंडस्ट्री और OTT प्लेटफॉर्म्स के बीच सहयोग की जरूरत पर जोर दिया.
सेल्वमणि ने लगाए वेतन वृद्धि के आरोप
प्रोडक्शन कंपनी सेल्वमणि ने प्लेटफ़ॉर्म पर कलाकारों की वेतन वृद्धि का आरोप लगाया है. वेब सीरीज 'हार्टिली बैटरी' की प्रेस कॉन्फ्रेंस में डायरेक्टरेट सेल्वामनी ने तमिल फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ी बहस छेड़ दी है, जो 16 दिसंबर को ZEE5 मंच मंच पर रिलीज होने वाली है.
"ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने बर्बाद किया सिनेमा"
सेल्वमणि ने सीधा आरोप लगाया कि "ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने सिनेमा को बर्बाद कर दिया है" उन्होंने कास्ट, एक्टर्स की हिस्सेदारी और बजट की बड़ी फिल्मों की स्थिति को सामने ला दिया है. उन्होंने कहा कि फ़्लोरिडा और पेस मंचों ने शुरुआती दिनों में बहुत बड़े पैमाने पर डेक फिल्म इंडस्ट्रीज़ का कोस्ट आउट किया था, अब पूरी तरह से सिनेमा इंडस्ट्रीज अपने नतीजे जारी कर रही हैं.
रेलवे सेल्वेमनी ने व्यक्त की चिंता
सेल्वेमनी ने कहा, "आपने उन कंपनियों को, जो महीने में 10 करोड़ रुपये कमा रहे थे, 100 करोड़ रुपये दिए और उन्हें टॉप पर पहुंचा दिया. आज, आप कह रहे हैं कि आप घाटा हो रहे हैं और अपनी फिल्में बंद कर चुके हैं. लेकिन जिन विज्ञापनदाताओं की छुट्टी है, उनमें से किसी का भी पैसा कम नहीं हुआ. दुकान बंद करके चले गए; हम आप ही यहां वेंटिंग कर रहे हैं," उन्होंने बिजनेस बिजनेस में कहा. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज बड़े पैमाने पर फिल्में संभव नहीं हैं, और सिनेमा का कारोबार प्रभावित हुआ है.
आरके सेल्वमनी ने OTT प्लेटफॉर्म्स को बनाया निशाना
आरके सेल्वमनी ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस स्थिति का समाधान खोजने के लिए फिल्म इंडस्ट्री और OTT प्लेटफॉर्म्स को मिलकर काम करना चाहिए. "सिर्फ़ अगर सिनेमा अच्छा होगा, तभी दूसरे मीडिया भी अच्छे हो सकते हैं. जब तक हम फ़िल्म नहीं बनाएंगे, आप उसे दिखाएंगे कैसे?" उनके सवाल ने हमें OTT-सिनेमा रिश्ते की बुनियादी सच्चाई याद दिलाई. उन्होंने साफ़ किया कि यह कोई पर्सनल आरोप नहीं था; यह पूरे सेक्टर के भविष्य के बारे में एक चेतावनी थी.
आरके सेल्वमनी ने खोले इंडस्ट्री के राज
आरके सेल्वमनी ने याद किया कि जब उन्होंने फ़िल्म 'पुलन विसारनाई' डायरेक्ट की थी, तो उन्हें एक लाइटमैन या ड्राइवर से भी कम सैलरी मिली थी. उन्होंने कहा कि "वह फ़िल्म मेरा सपना थी. एक करोड़ रुपये के बजट के साथ, एक प्रोड्यूसर ने मुझ पर फ़िल्म बनाने के लिए भरोसा किया. वह भरोसा ही मेरी सैलरी थी."
"मैं करोड़पति बन गया" -सेल्वमणि
उन्होंने आगे कहा कि "फ़िल्म रिलीज होने से पहले, मैं अपना किराया भी नहीं दे पा रहा था. लेकिन रिलीज के ठीक अगले दिन, मैं करोड़पति बन गया. यही कड़ी मेहनत का असली इनाम है."