New Year Trip: नए साल में जैसलमेर जानें का कर रहे हैं प्लान तो इन जगहों को करें एक्सप्लोर
New Year Trip: अगर नए साल के मौके पर कहीं जाने का प्लान कर रहे हैं तो ये सफर आपके नए साल की शुरुआत को सुनहरी यादों से भर देगा. सम सैंड ड्यून्स में रोमांचक सफारी, सोनार किले की भव्यता, हवेलियों की नक्काशी और थार की शांत, चमकीली रातें जैसलमेर में हर पल नए साल को एक खास एहसास देता है. अगर आप भी प्लान कर रहे हैं तो इन जगहों को जरूर एक्सप्लोर करें.
सोनार किला (Jaisalmer Fort)
जैसलमेर किले की सुनहरी दीवारें सूर्य की रोशनी में चमकती हैं. किले के भीतर प्राचीन महल, गलियां और जैन मंदिर इसकी ऐतिहासिक भव्यता दिखाते हैं.
सम सैंड ड्यून्स
जैसलमेर से लगभग 40 किमी दूर फैले सम के रेतीले टीले ऊंट सफारी, जीप सफारी और सूर्यास्त के अद्भुत नजारे के लिए फेमस हैं.
पटवा हवेली
19वीं शताब्दी में बनी पांच हवेलियों का ये समूह अपनी बारीक नक्काशी, भव्य वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है.
गडीसर झील
14वीं शताब्दी की यह कृत्रिम झील शहर की जीवन रेखा थी. यहां सूर्यास्त का दृश्य बेहद मनमोहक लगता है और नाव की सैर का अनुभव सुखद होता है.
कुलधरा गांव
जैसलमेर से लगभग 20 किमी दूर स्थित यह परित्यक्त गांव अपनी भूतिया कहानियों और रहस्यमयी वातावरण के लिए जाना जाता है.
जैन मंदिर
जैसलमेर किले के भीतर स्थित सात जैन मंदिर दिलवाड़ा शैली की अद्भुत नक्काशी का उत्कृष्ट उदाहरण हैं और आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं.
बड़ा बाग
17वीं शताब्दी से निर्मित शाही छतरियों का ये परिसर सूर्यास्त के समय स्वर्णिम आभा बिखेरता है और राजस्थान के गौरवशाली अतीत की झलक दिखाता है.
तनोट माता मंदिर
भारत-पाक सीमा के पास स्थित ये मंदिर 1971 के युद्ध में चमत्कारों के कारण प्रसिद्ध है, जहां गिराए गए बम भी नहीं फटे थे. आज इसकी देखरेख BSF करती है.