सोने, चाँदी और रेशम से बनी ये साड़ियाँ है दुनिया की सबसे महंगी साड़ियों में से एक, पीढ़ियों तक रखी जाती है संभालकर
Most Expensive Sarees: भारत में अलग-अलग जगहों पर बहुत खूबसूरत और महंगी साड़ियां बनाई जाती हैं। ये साड़ियां अपने खास डिजाइन, अच्छे धागों और सुंदर काम की वजह से मशहूर हैं। कुछ साड़ियां इतनी खास होती हैं कि लोग उन्हें सालों तक संभालकर रखते हैं। इन्हें पहनना शान और गर्व की बात मानी जाती है।
विवाह पट्टू साड़ी (तमिलनाडु)
तमिलनाडु की विवाह पटु साड़ी दुनिया की सबसे महंगी साड़ी है। इसकी कीमत लगभग ₹3.93 करोड़ है। इसे बनाने में एक साल से ज्यादा समय लगा। इसमें सोना, चांदी और प्लेटिनम के धागों से चित्रकारी की गई है। साथ ही, इसमें हीरे, पन्ना और नीलम जैसे रत्न भी जड़े गए हैं।
बनारसी सिल्क साड़ी (उत्तर प्रदेश)
वाराणसी की बनारसी साड़ी अपनी शानदार कारीगरी के लिए मशहूर है। खास साड़ियां असली सोने-चांदी के जरी से बनती हैं। इनकी कीमत ₹5 से ₹10 लाख तक होती है। महीनों की मेहनत से बनी इन साड़ियों में फूल और बेल-बूटों के डिजाइन होते हैं। ये दुल्हनों और शाही परिवारों की पहली पसंद मानी जाती हैं।
कांजीवरम सिल्क साड़ी (तमिलनाडु)
कांचीवरम साड़ी को “क्वीन ऑफ सिल्क” कहा जाता है। इसे शुद्ध रेशम और सोने-चांदी के जरी से बनाया जाता है। इसकी खासियत है कि बॉर्डर, बॉडी और पल्लू अलग-अलग बुने जाते हैं और बाद में जोड़े जाते हैं। कीमत ₹2 से ₹7 लाख तक होती है। ये साड़ियां पीढ़ी दर पीढ़ी संभालकर रखी जाती हैं।
पैठणी सिल्क साड़ी (महाराष्ट्र)
महाराष्ट्र की पैठणी साड़ी का इतिहास सतवाहन काल से जुड़ा है। इनकी कीमत ₹3 से ₹8 लाख तक हो सकती है। खास तौर पर मोर और कमल के डिजाइन इन पर बनाए जाते हैं। शुद्ध रेशम और ज़री से बनी ये साड़ियां राजघरानों में बेहद लोकप्रिय थीं। इन्हें बुनने में महीनों का समय लगता है।
पटोला साड़ी (गुजरात)
गुजरात की पटोला साड़ी डबल इकट तकनीक से बनती है। इसमें हर धागा पहले रंगा जाता है और फिर बुना जाता है। इस वजह से इनके डिजाइन बेहद सटीक और आकर्षक लगते हैं। कीमत ₹2 लाख से ₹7 लाख तक होती है। पहले ये साड़ियां सिर्फ शाही परिवार पहनते थे, आज भी ये बहुत खास मानी जाती हैं।
मैसूर सिल्क साड़ी (कर्नाटक)
मैसूर सिल्क साड़ी शादी और त्योहारों में खास मानी जाती है। इनकी कीमत ₹1 से ₹3 लाख तक होती है। ये पूरी तरह से शुद्ध रेशम से बनती हैं, जिनमें सोने की ज़री की बॉर्डर होती है। वाडियार राजघराने ने इन साड़ियों को लोकप्रिय बनाया। इनकी सादगी और शाही लुक लोगों को बहुत पसंद आता है।
जामदानी साड़ी (पश्चिम बंगाल)
जामदानी साड़ी बंगाल की खास पहचान है। इसकी कीमत ₹80,000 से ₹2 लाख तक होती है। इस पर फूल और ज्यामितीय डिजाइन कपास और सुनहरे धागों से बनाए जाते हैं। डिजाइन कपड़े पर ऐसे लगते हैं जैसे तैर रहे हों। मुगलों के समय से जामदानी साड़ी को शाही और खास माना जाता है।
बालूचरी साड़ी (पश्चिम बंगाल)
बलुचरी साड़ियों की खासियत इनके बॉर्डर और पल्लू पर बने चित्र हैं। इनमें पौराणिक कथाओं और महाकाव्यों की झलक दिखती है। इन्हें बनाने में कई हफ्ते लगते हैं। कीमत ₹50,000 से ₹1.5 लाख तक होती है। पहले इन्हें ज़मींदार और अमीर वर्ग पहनते थे, अब ये खास मौकों पर पसंद की जाती हैं।
चंदेरी सिल्क साड़ी (मध्य प्रदेश)
चंदेरी साड़ी हल्की और बेहद खूबसूरत होती है। इनकी कीमत ₹40,000 से ₹1 लाख तक होती है। इनमें रेशम, कपास और ज़री धागों का इस्तेमाल किया जाता है। चांदी और सोने के डिजाइन इन्हें और खास बनाते हैं। पहले इन्हें राजा-महाराजा पहनते थे, आज ये शादी और त्योहारों पर खूब पसंद की जाती हैं।
तसर सिल्क साड़ी (बिहार-झारखंड)
तसर साड़ी की खासियत इसका सुनहरा चमकदार कपड़ा और हल्की खुरदरी बनावट है। इनकी कीमत ₹30,000 से ₹80,000 तक होती है। इन्हें हाथ से बुना जाता है और इनमें खासतौर पर जनजातीय और पारंपरिक डिजाइन होते हैं। ये पूरी तरह इको-फ्रेंडली साड़ियां हैं और खास मौकों पर पहनने के लिए परफेक्ट मानी जाती हैं।
Disclaimer
यह जानकारी केवल पढ़ने और समझने के लिए है। किसी भी काम या फैसले के लिए हमेशा विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।