आलस को भागना है खुद से दूर और लाइफस्टाइल बनानी हैं मजेदार, तो अपनाएं ये जापानी तरीके
हर व्यक्ति कभी ना कभी आलस की शिकार हो जाता है और इस के चक्कर में कोई भी काम नहीं कर पाते है और बार-बार उसको टाल देते है। लेकिन जापान जैसे डिसिप्लिन देश में लोगों को एक्टिव बनाए रखने के लिए कुछ तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो इंसानों को काफी हद तक प्रेरित करती है।
इचिगो इचिए तकनीक
जापान में इचिगो एशिया का मतलब होता है कि हर एक मौके को खास समझे जब भी हम किसी काम को इम्पोर्टेन्ट मानते हैं तो हमें आलस हो छोड़ देना चाहिए।
कैज़ेन तकनीक
कैज़ेन विधि का अर्थ है कि हमारे जीवन में छोटे-छोटे सुधार काफी ज्यादा बदलाव लाते हैं इसलिए आपको थोड़ा-थोड़ा काम रोजाना करना चाहिए जिससे आलस कम होगा।
पोमोडोरो तकनीक
इसकी शुरुआत तो इटली से हुई है लेकिन जापान के लोग इसे ज्यादा अपनाते हैं इसमें अगर आप 25 मिनट तक काम करते हैं तो आपको 5 मिनट ब्रेक लेना चाहिए जिससे कि आप थकते नहीं है और एक्टिव रहते हैं।
शुकन
शुकन का मतलब ही होता है खुद पर कंट्रोल रखना जापान में लोग मानते हैं कि अगर हम खुद को कंट्रोल रखेंगे तो हम सक्सेस पा सकते हैं।
सेइरी
सेइरी का मतलब होता है कि हमें ऑर्गेनाइज्ड जीवन की शुरुआत करनी है। सेइरी जापानी 5s का पहला हिस्सा है इसके अंदर हमें जितनी भी चीज इंपोर्टेंट नहीं है उसको हटा देना होता है।
मिनिमलिज्म
जापान की काफी फेमस तकनीक में से एक है इसमें होता है कि हमें कम चीजों में ज्यादा फोकस करना होता है जब हमारा ध्यान केवल जरूरी चीजों पर होता है तो हमारा मन इधर-उधर नहीं जाता है।
गैंबारु
गैंबारु का अर्थ होता है चाहे कितनी भी मुश्किल हो जाए आपको ट्राई करना नहीं छोड़ना चाहिए जब आप अपने मन से कहते हैं कि “मैं हार नहीं मानूंगा” तो आपका आलस खुद भाग जाता है।
inkhabar
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.