ये चार नौकरियां करने पर खतरे में पड़ सकता है आपका लिवर
Liver and Job Risk: क्या आप भी पूरे दिन बैठकर करते हैं काम, तो यह खबर आपके लिए है. जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी, अमेरिकन गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी जर्नल, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक, कुछ तरह की नौकरियां और काम करने की आदतों से हमारे लिवर के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से पूरी तरह से प्रभावित भी कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं वह कौन सी चार तरह की नौकरियां जिससे आपके लिवर पर खराब असर पड़ सकता है.
पूरे दिन बैठकर काम करने वाली नौकरियां
अगर आप पूरे दिन कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं, तो ज़रा सावधान हो जाइए. घंटों तक कुर्सी पर बैठकर काम करना यह एक तरह का खतरे का सिग्नल देने जैसा है. कुर्सी पर बैठकर घंटों तक काम करते हैं तो, लिवर में चर्बी जमने यानी (फैटी लिवर) का खतरा ढाई गुना ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे शरीर में खून का बहाव धीमा हो जाता है.
केमिकल के संपर्क वाली नौकरियां
फैक्ट्री, पेंट, प्लास्टिक, पेट्रोलियम और सफाई एजेंटों (Cleaning Agents) वाले रसायनों के बीच काम करने वाले लोग भी इसी खतरे में पड़ जाते हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, कई केमिकल सीधे तौर पर लिवर को नुकसान पहुंचाने का पूरा तरह से काम करते हैं.
रात की शिफ्ट वाली नौकरियां
देश में ज्यादातर लोग रात की शिफ्ट में काम करते हैं. रात की शिफ्ट में काम करने से शरीर की प्राकृतिक नींद पूरी तरह से बिगड़ जाती है. रात की शिफ्ट में काम करने वालों के लिवर में चर्बी तेज़ी से बढ़ने लगती है और लिवर की राम में होने वाली वाली प्राकृतिक मरम्मत भी पूरी तरह से रुक जाती है.
ज़्यादा तनाव वाली नौकरियां
अगर आपकी नौकरी भी ज्यादा तनाव वाली है तो इससे भी लिवर पर बुरी तरह से असर पड़ता है. ड्राइवर, कॉल सेंटर, डिलीवरी और सुरक्षा गार्ड जैसी नौकरियों में रोज़ भारी तनाव होता है, जिसकी वजह से शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन तेज़ी से बढ़ने लगता है जिससे लिवर में सूजन की समस्या भी देखने को मिलती है. काम कोई भी हो, कम से कम तनाव लेने की कोशिश करना बेहद ही ज़रूरी है, ताकि जितना हो सके आपका लिवर स्वस्थ रहे.