जब लेजेंड्स के आगे नर्वस हो गए थे करण जौहर, दिग्गजों के साथ काम करते समय क्यों छलके आंसू?
Karan Johar share his emotional journey while working with legends: बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्देशक और फिल्म निर्माता करण जौहर अपनी फिल्मों के लिए दुनियाभर में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, अमिताभ बच्चन को निर्देशित करना और लता मंगेशकर को रिकॉर्डिंग स्टूडियो में गाते हुए देखना उनके जीवन के सबसे भावुक क्षणों में से एक था. जिसको लेकर उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपने फैंस के साथ शेयर किया जिसमें उन्होंने बताया कि अपने पिता के सपने को पूरा करने के एक एहसास ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया था.
अमिताभ बच्चन से डर गए थे करण
करण जौहर ने जानकारी देते हुए बताया कि जब वे पहली बार अमिताभ बच्चन के साथ काम कर रहे थे तो वे इतने ज्यादा डर गए थे कि ठीक से कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि बचपन से ही उन्हें पर्दे पर देखा था लेकिन उनके साथ काम करना एक सपने के जैसा था.
लता मंगेशकर फिल्म 'कभी खुशी कभी गम'
करण जौहर के मुताबिक, जब महान गायिका लता मंगेशकर फिल्म के शीर्षक गीत (Title Track) की रिकॉर्डिंग के लिए आईं, तो उन्हें गाते हुए सुनकर करण की आंखों में आंसू आ गए थे. इसके साथ ही उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे पवित्र अनुभव बताते हुए साझा किया.
सम्मान ने कर दिया था करण को भावुक
इसके अलावा करण के लिए ये दोनों कलाकार प्रेरणा के स्रोत बन गए थे. इतना ही नहीं, उनके सामने खुद को साबित करने का दबाव और उनके प्रति सम्मान ने करण को और भी ज्यादा भावुक कर दिया था.
पिता का सपना करना था पूरा
इतना ही नहीं करण ने आगे बताया कि उनके पिता यश जौहर चाहते थे कि वह बड़े सितारों के साथ हिंदी सिनेमा में काम करना शरू कर दें. इन दिग्गजों के साथ खड़े होकर करण को लगा कि उन्होंने अपने पिता का सपना आखिरकार पूरा कर ही लिया है.
अमिताभ और लता जी हैं भारतीय संस्कृति के स्तंभ
करण के मुताबिक, अमिताभ बच्चन और लता जी भारतीय संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ में से एक हैं. इसके अलावा उनके साथ काम करना सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत तीर्थयात्रा जैसा था.
अकेले में क्यों रोते थे करण जौहर?
इसके बाद भी उन्होंने यह स्वीकार किया कि वह सेट के पीछे जाकर अकेले में रोया करते थे, ताकि कोई उन्हें कमजोर न समझे, लेकिन वह क्षण उनके लिए "करियर का शिखर" था, जिससे वह कभी भूला नहीं सकते हैं.