Durga Puja 2025: दुर्गा पूजा पंचमी तिथि कब से होगी शुरू, बिल्व निमंत्रण और सिंदूर खेला का क्या है महत्व
Durga Puja 2025: नवरात्रि की शुरूआत प्रतिपदा तिथि से होती है. लेकिन दुर्गा पूजा पंचमी तिथि विजयादशमी तक चलती है. इन 5 दिनों में बिल्व निमंत्रण, कल्पारंभ, अकाल बोधन, सिंदूर खेला व दुर्गा विसर्जन होता है.
दुर्गा पूजा 2025
नवरात्रि का पर्व 9 दिन मनाया जाता है. ये त्योहार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. लेकिन दुर्गा पूजा की शुरूआत पंचमी तिथि से मानी जाती है. दुर्गा पूजा बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम, झारखंड और त्रिपुरा में बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है.
दुर्गा पूजा का महत्व
षष्ठी तिथि पर कल्पारंभ अकाल बोध, आमंत्रण और अधिवास होता है. वहीं सप्तमी तिथि पर कोलबौ पूजा, अष्टमी तिथि पर संधि पूजा की जाती है. नवमी के दिन होम और दशमी तिथि पर सिंदूर खेला और दुर्गा विसर्जन होता है.
सिंदूर खेला
इस साल 30 सितंबर 2025 को संधि पूजा की जाएगी. 1 अक्टूबर को नवमी तिथि पर माता रानी की पूजा की जाती है. अष्टमी और नवमी के दिन लोग व्रत रखते हैं. सिंदूर खेला के अवसर पर मां दुर्गा के चरणों में सिंदूर चढ़ाया जाता है.
सिंदूर खेला का महत्व
2 अक्टूबर को मां को विदाई देने से पहले सुहागिन स्त्रियां धूमधाम से सिंदूर खेला व उत्सव मनाती हैं. मां के चरणों में सिंदूर चढ़ाती है. स्त्रियों एक दूसरे के गाल और मांग में भी सिंदूर लगाती हैं.
दुर्गा पूजा का उत्सव
पंचमी तिथि 27 सिंतबर को शुरू होगी और 2 अक्टूबर विजयादशमी व सिंदूर खेला का भव्य आयोजन होगा.