दुबई एयर शो में देश का गौरव, तेजस क्रैश में शहीद हुए जांबाज़ विंग कमांडर नमांश स्याल को सलाम!
Dubai Air Show Fighter Jet Accident: दुबई एयर शो में हवाई प्रदर्शन के दौरान अल मख़तूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बेहद ही दुखद घटना देखने को मिली. जहां, भारतीय वायु सेना का फाइटर जेट तेजस इस एयर शो के दौरान बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दर्दनाक हादसे में विमान के पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल शहीद हो गए. यह क्रैश स्थानीय समय के अनुसार दोपहर लगभग दो बजे हुआ, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है.
शहीद नमांश स्याल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के रहने वाले थे. उनकी मृत्यु की खबर के बाद से उनके परिवार में मातम छा गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस दुर्घटना पर भारतीय वायु सेना ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि हादसे के कारणों की जांचे के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की जा रही है. तो वहीं, दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं ने शहीद पायलट को श्रद्धांजलि भी दी है.
क्या है दुखद घटना?
भारतीय वायु सेना (IAF) का फाइटर जेट तेजस शुक्रवार, 21 नवंबर 2025 को दुबई एयर शो के दौरान बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
शहीद पायलट का क्या है नाम?
इस दर्दनाक हादसे में तेजस उड़ा रहे पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल शहीद हो गए.
कहां पर हुई दुखद घटना?
क्रैश दुबई के अल मख़तूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्थानीय समय अनुसार दोपहर बाद दो बजे के आस-पास हुआ.
हादसे का वीडियो हुआ वायरल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें साफ रूप से देखा जा सकता है कि उड़ान भरने के तुरंत बाद ही तेजस ज़मीन पर गिर जाता है और उसमें आग लग जाती है.
पायलट का निवास
वीर सपूत नमांश स्याल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के रहने वाले थे.
घटना पर IAF का बयान
भारतीय वायु सेना ने दुर्घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित करने की तैयारी की जा रही है.
दिग्गज नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहादुर पायलट के निधन पर शोक जताया है.
पारिवारिक सूचना
शहीद पायलट के पिता जगन नाथ स्याल ने घटना को लेकर बताया कि उन्हें एयर फ़ोर्स के छह अधिकारियों के दल द्वारा इस दुर्घटना की सूचना मिली थी.
नमांश स्याल का करियर
नमांश स्याल ने साल 2009 में एनडीए क्लियर किया था. जिसके बाद वह भारतीय रक्षा बलों में शामिल हो गए थे.
पार्थिव शरीर को कब तक लाया जाएगा भारत
अधिकारियों ने परिवार को संकेत दिया है कि बाकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पार्थिव शरीर को भारत आने में लगभग दो दिन भी लग सकते हैं.