दिल्ली का गुप्त शक्तिपीठ, क्या आप जानते हैं मां के इस चमत्कारी धाम को? दर्शन के लिए चाहिए होती है खास किस्मत!
Delhi Most Mysterious Temple: राजधानी दिल्ली के लाजपत नगर-1 बी ब्लॉक में स्थित यह मां दुर्गा का मंदिर अपनी रहस्यमय गुफा के लिए पूरी दिल्ली में बेहद ही प्रसिद्ध है. इस मंदिर को देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह कोई गुप्त स्थान है, क्योंकि इसके द्वार साल में सिर्फ दो बार ही खोले जाते हैं. नवरात्रों के दौरान ही द्वार को भक्तों के लिए खौस तौर से खोला जाता है. तो वहीं, दूसरी तरफ बाकी समय यह एक सामान्य गली में छिपा रहता है, जिससे दर्शन का सौभाग्य हर किसी को आसानी से नहीं मिल पाता है. स्थानीय मान्यता के मुताबिक, इस मंदिर का निर्माण गुलशन कुमार ने करवाया था, जिसके बाद इसकी लोकप्रियता भक्तों में और भी ज्यादा बढ़ गई थी.
कहां पर है मंदिर का स्थान?
यह मंदिर राजधानी दिल्ली के लाजपत नगर-1 बी ब्लॉक में स्थित है. यह दिल्ली के कई मंदिरों के बीच अपनी अनोखी पहचान भी रखता है.
कितने बजे खुलता है मंदिर?
यह मंदिर में साल में सिर्फ दो बार, दोनों नवरात्रों में भक्तों के लिए ही खुलता है. यह विशेषता इसे एक 'गुप्त रहस्य' की तरह बनाती है.
नवरात्रों में क्या है दर्शन का समय?
नवरात्रों में सुबह 6 बजे से 12 बजे तक और शाम 4 बजे से 9 बजे तक भक्त मंदिर में आकर पूजा-अर्चना कर सकते हैं.
किसने किया था मंदिर का निर्माण?
स्थानीय मान्यता के मुताबिक, प्रसिद्ध संगीत उद्यमी गुलशन कुमार ने इस रहस्मय मंदिर का निर्माण कराया था.
गुफा जैसा दिखता है मंदिर
यह मंदिर एक अद्भुत गुफा (Cave) जैसा है. मंदिर के अंदर जाते ही पहाड़ी गुफा में प्रवेश करने जैसा अद्भुत अहसास होता है.
किस प्रकार का है मंदिर का डिज़ाइन?
मंदिर की बाहरी और आंतरिक बनावट सात पहाड़ों जैसी है.
मंदिर में किस मुख्य देवी का है वास?
गुफा के अंदर माता काली की मूर्ति स्थापित है, जो आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र हैं.
क्या है लोगों की मान्यताएं?
ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस मंदिर में आने के बाद मां काली से सच्चे मन से प्रार्थना करता है उसकी प्रार्थना कभी खाली नहीं जाती है. नवरात्रों के दौरान दूर-दूर से भक्त माता के इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं.