सालों पुरानी गंदगी? अब जाएगी मिनटों में, जानिए कैसे
घर की रोजाना सफाई करने से लगता है कि सब कुछ चमक रहा है। लेकिन सच यह है कि कुछ जगहें हमारी नजर से बच जाती हैं और वहीं पर सबसे ज्यादा धूल, बैक्टीरिया और बदबू जमा होती है। ये छुपे हुए हिस्से धीरे-धीरे घर की सुंदरता और हमारे स्वास्थ्य दोनों पर असर डालते हैं। चलिए जानते हैं वो 10 जगहें जिन्हें हर महीने साफ करना चाहिए।
पंखे की पंखुड़ियाँ
पंखे की पंखुड़ियों पर महीनों में धूल जम जाती है। जब पंखा चलता है तो यह धूल हवा में फैलती है और सांस के साथ शरीर में जाती है।
कूड़ेदान
कूड़ेदान केवल खाली करने से साफ नहीं होता। उसके अंदर बदबू और कीटाणु जमा रहते हैं। महीने में एक बार इसे गरम पानी और साबुन से धोना चाहिए।
खिड़की के ब्लाइंड्स
ब्लाइंड्स धूल जल्दी खींच लेते हैं, खासकर लकड़ी या प्लास्टिक वाले। महीने में एक बार पुराने मोज़े पर सिरका-पानी छिड़ककर हर पट्टी साफ करें। कपड़े वाले ब्लाइंड्स हों तो वैक्यूम क्लीनर से सफाई करें।
बेसबोर्ड (दीवार और फर्श का किनारा)
दीवार और फर्श के किनारे वाले हिस्सों पर धूल, जूते के निशान और पालतू जानवरों के बाल जमा होते हैं। इन्हें हम अक्सर भूल जाते हैं।
दरवाजे और अलमारी के हैंडल
दरवाजे और अलमारी के हैंडल रोज़ कई बार छुए जाते हैं। यहाँ बैक्टीरिया और गंदगी जल्दी जमती है। महीने में एक बार इन्हें डिसइंफेक्टेंट वाइप या अल्कोहल वाले कपड़े से पोंछना चाहिए।
रसोई की अलमारियाँ
खाना बनाते समय तेल, मसाले और धुआं रसोई की अलमारियों पर जम जाते हैं। हैंडल और गैस के आसपास ये ज्यादा चिपकते हैं। महीने में एक बार सिरका-पानी या हल्के क्लीनर से इन्हें साफ करें।
वॉशिंग मशीन और ड्रायर
कपड़े धोने वाली मशीन में डिटर्जेंट ट्रे, रबर की रिंग और ड्रायर का फ़िल्टर गंदगी से भर जाते हैं। अगर इन्हें साफ न किया जाए तो बदबू आने लगती है और मशीन खराब हो सकती है।
एयर वेंट्स
एयर वेंट्स में धूल और एलर्जी फैलाने वाले कण जमा होते हैं। जब एसी या पंखा चलता है तो ये गंदगी पूरे घर में फैलती है।
परदे
परदे धूल और गंध को जल्दी पकड़ लेते हैं। रोज़ाना धोना संभव नहीं, लेकिन महीने में एक बार इन्हें धूप में झाड़ लें या वैक्यूम करें।
गद्दे और तकिए
गद्दों और तकियों में धूल, पसीना और छोटे कीड़े जमा हो जाते हैं। महीने में एक बार इन्हें धूप में रखना ज़रूरी है। इससे नमी और बदबू निकल जाती है।
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.