Car Fire Reasons: चलते चलते कार क्यों बन जाती है आग का गोला? यहां जानिए वजह
Car Fire Reasons: भारत में बढ़ते वाहनों में आग लगने के मामलों ने लोगों को यात्रियों को दहशत में डाल दिया है. दिल्ली-एनसीआर व अन्य राज्यों (उत्तराखंड, मप्र, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात) में चलते वाहनों में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाड़ियों में या कार में आग लगने की असल वजह किया है और ऐसा अक्सर किन कारणों की वजह से होता है. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से यही बताने वाले हैं.
इलेक्ट्रिकल सर्किटरी
खराब वायरिंग, खराब इंसुलेशन, या आफ्टरमार्केट सर्किट (जैसे हाई-पावर हेडलाइट्स या LCD सिस्टम) के लिए घटिया वायरिंग का इस्तेमाल करने से चिंगारी निकल सकती है, जिससे आग लग सकती है.
ईंधन/तेल लीक
फ्यूल लाइन, इंजेक्टर या फ्यूल टैंक से लीक. ये लीक गर्म इंजन की सतह या शॉर्ट-सर्किट की चिंगारी के संपर्क में आने पर तुरंत आग पकड़ सकते हैं.
ओवरहीटिंग
लंबी यात्राओं के दौरान सही कूलिंग न होने या कूलेंट की कमी के कारण इंजन का ज़्यादा गर्म होना. अगर पिघले हुए प्लास्टिक के पार्ट्स या लीक हुआ तेल गर्म इंजन के संपर्क में आता है, तो इससे आग लग सकती है.
खराब रखरखाव
पुरानी गाड़ियों में घिसे हुए ऑयल सील, फ्यूल लाइन या वायरिंग असेंबली को न बदलना.
इंजन ऑयल/ग्रीस का जमा होना
गर्म टर्बोचार्जर या सिलेंडर हेड के पास जमा हुआ तेल या ग्रीस तुरंत आग पकड़ सकता है.
टायर फेलियर/ब्रेक जाम होना
कुछ मामलों में, जाम ब्रेक टायरों और एक्सल पर ज़्यादा घर्षण और गर्मी पैदा कर सकते हैं, जिससे फ्यूल टैंक या आस-पास की वायरिंग में आग लग सकती है.
बाहरी ज्वलनशील पदार्थ
मेटल ग्राइंडिंग, पटाखों या माचिस की तीली से निकलने वाली चिंगारी जब ज्वलनशील वाष्प (ईंधन की वाष्प) के संपर्क में आती है, तो तुरंत आग लग सकती है.