नीतीश कुमार के अलावा कौन-कौन से नेता बिना चुनाव लड़े बने मुख्यमंत्री? यहां देखें पूरी लिस्ट
Bihar Election 2025: बहुत जल्द बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि आज यानी सोमवार (06 अक्टूबर, 2025) को चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का एलान कर सकती है. ऐसे में आइये जानते हैं, अब तक कौन-कौन से नेता बिना चुनाव लड़े मुख्यमंत्री बने हैं. आइये विस्तार से इन सभी नेताओं के बारे में जानते हैं.
योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath)
सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में जानते हैं. भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मार्च 2017 से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. 2017 में राज्य के चुनावों में जीत हासिल करने के बाद जब बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था, उस समय वो गोरखपुर से लोक सभा के सदस्य थे. मुख्यमंत्री बनने के लिए उन्हें लोकसभा से इस्तीफा देना पड़ा. लेकिन उसके बाद वो विधान सभा की किसी सीट से उपचुनाव लड़ने की जगह विधान परिषद के सदस्य बन गए.
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)
भी मार्च 2012 से मार्च 2017 के बीच जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब वे भी विधान परिषद के ही सदस्य थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह अखिलेश भी मुख्यमंत्री बनने से पहले लोक सभा के सदस्य थे.
मायावती (Mayawati)
अखिलेश से पहले मई 2007 से मार्च 2012 तक प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती भी उस कार्यकाल में विधान परिषद की ही सदस्य थीं. बतौर मुख्यमंत्री यह उनका चौथा कार्यकाल था. इससे पहले के कार्यकालों में वो 2002 और 1997 में विधान सभा की सदस्य रहीं.
नीतीश कुमार (Nitish Kumar)
नीतीश कुमार पिछले 20 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं. बस बीच में मई 2014 से फरवरी 2015 के बीच नौ महीनों के लिए वो मुख्यमंत्री के पद पर नहीं थे. अपने पूरे कार्यकाल में वो बिहार विधान परिषद के ही सदस्य रहे हैं.
राबड़ी देवी (Rabri Devi)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहले राबड़ी देवी तीन बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं. तीन कार्यकालों में से दो बार वो विधान परिषद की सदस्य रहीं और एक बार विधान सभा की सदस्य रहीं.
लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav)
राबड़ी देवी से पहले उनके पति लालू प्रसाद यादव दो बार मुख्यमंत्री रहे. वो एक कार्यकाल में विधान परिषद के सदस्य रहे और एक में विधान सभा के सदस्य रहें.
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray)
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे नवंबर 2019 से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं और विधान परिषद के सदस्य हैं. उनसे पहले मुख्यमंत्री रहे बीजेपी देवेंद्र फडणवीस तो विधान सभा के सदस्य थे, लेकिन फडणवीस से पहले मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण विधान परिषद के सदस्य थे.
कुछ ही राज्यों में होता है
इस सूची में इतने सारे दिग्गज नेताओं के नाम देखकर आप शायद सोच रहे होंगे कि यह चलन भारतीय राजनीति में आम हो गया है. हालांकि यह परिपाटी कुछ ही राज्यों तक सीमित है. भारत के 28 राज्यों में से सिर्फ छह में ही विधानसभा के अलावा विधान परिषद भी हैं. इनमें बिहार, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक शामिल हैं.