Petrol-Diesel Bharane Ka Sahi Tareeka: पेट्रोल-डीजल भरवाते समय चोरी-चकारी से बचने के लिए लोग 510, 560, 210, 1550 रुपये का फ्यूल डलवाते हैं. लोगों का मानना था कि 200, 500 या 1000 रुपये का फ्यूल डलवाते समय “कट” लग जाता है, जिसकी वजह से टैंक में कम फ्यूल आता है.
कहा जाता था कि इस तरह फ्यूल डलवाने से पेट्रोल पंप वाले फ्रॉड नहीं कर पाएंगे. लेकिन अब पेट्रोल पंप कर्मचारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह तेल सही भरा है या नहीं, इसे चेक करने के दो सही तरीके बता रहा है.
A post shared by Jai Baba Munga Nath Filling Station (@babamunganathfillingstation)
0.00 देखने के बाद यह जरूर चेक करें
पेट्रोल पंप पर काम कर रहे कर्मचारी ने साफ शब्दों में कहा कि सिर्फ 0.00 देख लेना काफी नहीं है. अगर आप सिर्फ 0 देखकर फ्यूल डलवा रहे हैं, तो यह बड़ी गलती है, क्योंकि असली खेल उसके बाद शुरू होता है. फ्यूल भरवाते समय दो चीजों को जरूर चेक करें-
1. 0 के बाद आने वाला पहला नंबर (Jump Check)
मीटर जैसे ही 0 से शुरू हो,
तो अगला नंबर 5 से कम होना चाहिए- यानी 0 के बाद 1, 2, 3 या 4.
कई बार मीटर 0 से सीधे 10 या 15 पर पहुंच जाता है, और यह संकेत है कि मशीन के साथ छेड़छाड़ की गई है.
2. फ्यूल की डेंसिटी चेक करें (Quality Check)
डेंसिटी देखने से पता चलता है कि फ्यूल शुद्ध है या उसमें मिलावट की गई है.
डेंसिटी को इस प्रकार होना चाहिए-
पेट्रोल: 720–775 kg/m³
डीजल: 820–860 kg/m³
अगर डेंसिटी इस रेंज से बाहर है, तो फ्यूल में मिलावट होने की संभावना बहुत अधिक है.
कर्मचारी ने यह भी बताया कि 110, 210, 310 रुपये जैसे अमाउंट का कोई फर्क नहीं पड़ता. 110, 210, 310 जैसे अमाउंट में फ्यूल डलवाने से कोई फायदा या सुरक्षा नहीं मिलती.
इसीलिए इस बात का खास ख्याल रखें और 0 के बाद मीटर का पहला नंबर 5 से कम होना चाहिए.
इन्हें चेक करके आप पेट्रोल-डीजल में होने वाली चोरी और मिलावट से बच सकते हैं.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

