Bridge Collapse: गुजरात के आणंद और वडोदरा जिलों को जोड़ने वाला गंभीरा ब्रिज बुधवार सुबह अचानक टूट गया। यह हादसा उस वक्त हुआ जब भारी बारिश के चलते नदी में जलस्तर पहले से ही काफी बढ़ा हुआ था। जानकारी के अनुसार, हादसे के वक्त पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जो टूटे हुए हिस्से के साथ नदी में जा गिरे। बता दें, इस दर्दनाक हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
दो हिस्सों में बंटा ब्रिज
जानकारी के मुताबिक, यह पुल महिसागर नदी पर बना था और करीब 45 साल पुराना था। अचानक पुल का मध्य हिस्सा ढह गया जिससे ब्रिज दो हिस्सों में बंट गया। इसके साथ ही पुल पर चल रहे वाहन भी नदी में गिर गए। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल घटना की सूचना प्रशासन को दी।
कौन-कौन से वाहन गिरे नदी में?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त पुल पर दो भारी ट्रक, एक बोलेरो जीप और एक अन्य वाहन मौजूद था। सभी वाहन टूटे हुए हिस्से के साथ नदी में समा गए। बता दें, दुर्घटना के बाद दमकल टीम, पुलिस और गोताखोरों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। अब तक कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि 9 शव बरामद किए जा चुके हैं।
विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने सोशल मीडिया पर घटना को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने लिखा, “गंभीरा ब्रिज का टूटना प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। सरकार को चाहिए कि तुरंत राहत कार्य तेज करे और यातायात के लिए वैकल्पिक व्यवस्था शुरू की जाए।”
क्यों है गंभीरा ब्रिज अहम?
गंभीरा ब्रिज मध्य गुजरात को सौराष्ट्र से जोड़ने वाला अहम पुल है। यह आणंद जिले में स्थित है और इसके जरिए भारी ट्रैफिक व माल ढुलाई होती रही है। लगातार बारिश के चलते पुल की नींव कमजोर होने की आशंका जताई जा रही है। यह पुल पिछले कई वर्षों से जर्जर हालत में था, लेकिन इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से ब्रिज से दूर रहने की अपील की है और वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। वहीं, राहत टीमें लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं। इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर पुरानी संरचनाओं की जांच और मरम्मत की जरूरत को सामने ला दिया है।

