Indian Navy vs Merchant Navy Pay Scale: अगर आप समुद्र में करियर बनाने का सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरुरी है. ऐसे में आपको भारतीय नौसेना और मर्चेंट नेवी के बीच का अंतर पता होना चाहिए. हालांकि मूल रूप से दोनों समुद्र से जुड़े ही अभियान हैं, लेकिन उनके उद्देश्य, संरचना और करियर की संभावनाएं बहुत अलग हैं. आइये मर्चेंट नेवी और भारतीय नौसेना के बीच के प्रमुख अंतरों को विस्तार से समझते हैं.
स्वामित्व और मिशन
अगर भारतीय नौसेना की बात करें तो भारतीय नौसेना में मुख्य रूप से सरकारी स्वामित्व वाले जहाज होते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत के क्षेत्रीय जल की सुरक्षा के लिए समर्पित होते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मर्चेंट नेवी की बात करें तो मर्चेंट नेवई में सरकारी और निजी दोनों संस्थाओं के स्वामित्व वाले जहाज शामिल होते हैं, जो वैश्विक स्तर पर माल और यात्रियों के परिवहन जैसी वाणिज्यिक गतिविधियों पर केंद्रित होते हैं.
परिचालन क्षेत्र
भारतीय नौसेना भारत के क्षेत्रीय जलक्षेत्र में कार्य करती है और कभी-कभी विशिष्ट अभियानों के लिए इसके मिशन उससे आगे भी बढ़ जाते हैं. हालांकि, मर्चेंट नेवी नियमित रूप से राष्ट्रीय सीमाओं से परे भी कार्य करती है और दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में संलग्न रहती है.
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कार्य प्रोफाइल और भूमिका
भारतीय नौसेना सशस्त्र बलों की एक शाखा के रूप में कार्य करती है, जिसका कार्य देश के समुद्री हितों की रक्षा करना है. दूसरी ओर मर्चेंट नेवी वाणिज्यिक समुद्री गतिविधियों के लिए समर्पित है, जिसका संचालन अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) द्वारा किया जाता है. यह वैश्विक नौवहन और परिवहन पर केंद्रित है.
वेतन संरचना
मर्चेंट नेवी में वेतन व्यापक रूप से भिन्न हो सकता है, 0.3 लाख रुपये से लेकर 20.8 लाख रुपये प्रति वर्ष तक, जो अंतरराष्ट्रीय श्रम मानकों द्वारा नियंत्रित होता है. इसकी तुलना में भारतीय नौसेना का वेतन भारत सरकार द्वारा विनियमित होता है, जिसमें रैंक और सेवा के आधार पर अतिरिक्त लाभ भी शामिल हैं.
लाभ और भत्ते
मर्चेंट नेवी कर्मियों को अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (ITF) जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा निर्धारित लाभ प्राप्त होते हैं. भारतीय नौसेना में मिलने वाले लाभों की बात करें इसमें पारिवारिक आवास, रियायती खरीदारी, यात्रा भत्ते और मुफ्त चिकित्सा उपचार शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, भारतीय नौसेना कर्मियों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन मिलती है, जो एक महत्वपूर्ण लाभ है.
प्रशिक्षण और शिक्षा
मर्चेंट नेवी के कैडेट 18 महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरते हैं, जबकि भारतीय नौसेना के अधिकारी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, जहां उन्हें बी.टेक की डिग्री प्राप्त होती है. भारतीय नौसेना तकनीकी शिक्षा और नेतृत्व प्रशिक्षण पर ज़ोर देती है.
पात्रता मानदंड और आयु सीमा
मर्चेंट नेवी में भर्ती होने के लिए आमतौर पर भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ 10+2 की योग्यता आवश्यक होती है, और आयु सीमा 17 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए. भारतीय नौसेना में भी 10+2 शिक्षा आवश्यक है, मुख्यतः विज्ञान विषयों में, और उच्च पदों के लिए अतिरिक्त योग्यताएँ आवश्यक हैं.
कार्यसूची और करियर विकास
मर्चेंट नेवी में एक मानक कार्य दिवस आठ से नौ घंटे का होता है, जिसमें पदोन्नति समुद्री समय और परीक्षाओं के आधार पर होती है. हालांकि, भारतीय नौसेना का कार्यदिवस अधिक विविध होता है, जो आठ से बारह घंटे तक होता है और पदोन्नति समय-सीमा, चयन और प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से दी जाती है.
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