दिल्ली की हवा इन दिनों ऐसी हो गई है कि सांस लेना भी जैसे शरीर में ज़हर उतारने जैसा हो गया है. बाहर निकलो तो आंखें जलती हैं, गला बैठ जाता है और चेहरे पर धुंध की जगह धुआं और बेचैनी लिपटी मिलती है. वायु गुणवत्ता सूचकांक एक ही दिन में 100 से ज़्यादा उछल जाता है. लेकिन दूसरी ओर, दिल्ली की कमान संभालने वाली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस वक्त दिल्ली में नहीं, बल्कि बिहार के चुनावी मैदान में ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो कर रही हैं. सवाल यह है कि जब राजधानी की हवा ज़हर बन चुकी है, तो उसकी चिंता कौन करेगा? यही वो कड़वा सच है जिसे दिल्लीवाले हर सांस के साथ महसूस कर रहे हैं लेकिन शायद सत्ता के गलियारों में यह दर्द इतनी दूर से सुनाई नहीं देता.
दिल्ली की AQI चिंता का विषय
दिल्ली में शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 311 था, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है. एक दिन पहले यह 202 था. प्रदूषण के कारण आँखों में पानी आना, गले में खराश और त्वचा में खुजली की समस्या हो रही थी.
सड़क पर चलते हर शख़्स के चेहरे पर एक ही तकलीफ़ साफ़ दिख रही थी, साँस लेना अब आसान नहीं रहा. लेकिन दूसरी ओर, राजधानी की कमान संभालने वाली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस प्रदूषण संकट के बीच दिल्ली में नहीं, बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं.
दिल्ली घुट रही है, CM चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता तीन दिवसीय चुनाव प्रचार के लिए सोमवार शाम बिहार पहुंची. हाल के दिनों में यह उनका तीसरा बिहार दौरा था. रेखा गुप्ता ने 12-15 विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं, रोड शो और संवाद कार्यक्रम किया. हालांकि इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली संयोजक सौरभ भारद्वाज ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि, “दिल्ली जहरीली हवा की चादर तले घुट रही है, फिर भी भाजपा के मंत्री इस संकट से निपटने के बजाय बिहार में प्रचार कर रहे हैं.”

