छठ पूजा 2025: घर पर बनाएं कुरकुरा ठेकुआ, जानें स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी
Chhath Puja Special 2025: छठ पूजा का पर्व श्रद्धा, भक्ति और परंपरा का अनोखा संगम है, इस पावन अवसर पर सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ-साथ घरों में ठेकुआ बनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. गेहूं के आटे, गुड़ और देसी घी से बना यह पारंपरिक प्रसाद स्वाद में जितना लाजवाब होता है, उतना ही पवित्र भी माना जाता है. आइए जानते हैं, कैसे बनता है छठ पूजा का खास आटे का खस्ता ठेकुआ, स्टेप-बाय-स्टेप आसान रेसिपी में.
आटे का चयन
ठेकुआ के लिए गेहूं का आटा थोड़ा मोटा पिसा हुआ होना चाहिए, इससे ठेकुआ ज्यादा खस्ता और कुरकुरा बनता है. बारीक आटा लेने से इसका टेक्सचर सख्त हो सकता है चाहें तो आधा सूजी भी मिला सकती हैं, इससे स्वाद और भी बढ़ जाता है.
गुड़ का पिघलाना
एक पैन में गुड़ को हल्के गर्म पानी में गलाएं, ध्यान रखें कि पानी ज्यादा न डालें, वरना आटा गीला हो जाएगा. गुड़ का शीरा ठंडा होने के बाद ही आटे में मिलाएं ताकि वह अच्छी तरह से बंध सके और खुशबू बरकरार रहे.
देसी घी – खुशबू और स्वाद का संगम
ठेकुआ में देसी घी डालने से उसका स्वाद और भी बढ़ जाता है, घी से आटा मुलायम बनता है और तलने पर ठेकुआ कुरकुरा रहता है. अगर घी अधिक हो जाए तो ठेकुआ तेलीय लगेगा, इसलिए मात्रा संतुलित रखें.
आटा गूंथना
आटा न तो ज्यादा सख्त होना चाहिए, न बहुत ढीला, इसे ऐसे गूंथें कि हाथों में दबाने पर आकार बना रहे. चाहें तो थोड़ा नारियल बुरादा या इलायची पाउडर मिला सकते हैं, जिससे ठेकुआ में मनमोहक स्वाद और सुगंध आती है.
आकार देना – पारंपरिक छाप का जादू
ठेकुआ को पारंपरिक लकड़ी की सांचों या हाथ से दबाकर डिज़ाइन दिया जाता है, यह छाप ठेकुआ को पहचान देती है. सांचे की जगह आप कांटे या छलनी से भी सुंदर डिज़ाइन बना सकती हैं, जिससे ठेकुआ दिखने में भी आकर्षक लगे.
तलने की प्रक्रिया
ठेकुआ को मध्यम आंच पर धीरे-धीरे तलें, तेज आंच पर तलने से वह बाहर से सिकेगा लेकिन अंदर से कच्चा रह जाएगा। सुनहरा भूरा रंग आने तक तलें, सही तलने से ही इसका असली खस्ता स्वाद मिलता है.
ठेकुआ का महत्व
छठ पूजा में ठेकुआ सिर्फ प्रसाद नहीं, बल्कि भावनाओं का प्रतीक है, इसे बड़ी श्रद्धा से बनाया जाता है और सूर्य देव को अर्पित किया जाता है माना जाता है कि इस प्रसाद में माता छठी की कृपा और परिवार की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद होता है.
परोसने का तरीका
ठेकुआ को ठंडा होने के बाद ढक्कनदार डिब्बे में रखें, यह कई दिनों तक ताज़ा और कुरकुरा रहता है. पूजा के बाद इसे परिवार और पड़ोसियों में बांटना शुभ माना जाता है, हर निवाले में छठ पूजा की मिठास और भक्ति का एहसास मिलता है.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है