Shivling Origin Story: कब और कैसे हुई थी शिवलिंग की उत्पत्ति?
Shivling Origin Story: लोग बहुत भक्ति भाव से शिवलिंग की पूजा करते हैं, लेकिन अक्सर कई लोगों के मन में ये सवाल आता है कि शिवलिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी रोचक कथा के बारे में विस्तार से.
भगवान शिव
हिंदू धर्म शास्त्रों में भगवान शिव की बहुत मान्यता है. भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है.
भगवान शिव
अगर आप भगवान शिव की पूजा करते हैं तो आपके घर में सुख-शांति बनी रहती है.
शिव जी
कई लोगों के मन में ये सवाल आता है कि शिवलिंग उत्पन्न कैसे हुई? शिवलिंग की उत्पत्ति की एक रोचक कथा है.
शिवपुराण
शिवपुराण के खंड एक के नौवें अध्याय में शिवलिंग की उत्पत्ति का वर्णन मिलता है.
भगवान विष्णु
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान विष्णु जी के बीच द्वंद हो गया. द्वंद इस बात को लेकर हुआ कि सबसे ज्यादा शक्तिशाली कौन है?
भगवान शिव जी
जब ये बात चारों ओर फैल गई तो सभी देवताओं, ऋषि-मुनियों ने विष्णु जी और ब्रह्मा जी को कहा कि वो भगवान शिव के पास चलें.
शिव भक्त
इसके बाद सभी देवता शिव जी के पास गए. महादेव को पहले से ही भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी के बीच चलने वाले द्वंद की जानकारी थी.
महादेव
महादेव ने कहा कि उनके द्वारा उत्पन्न ज्योति के आखिरी छोर पर जो सबसे पहले पहुंचेगा, वो शक्तिशाली माना जाएगा.
भगवान शिव जी
महादेव की इस बात को भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी ने मान लिया. उसी दौरान भगवान शिव के तेजोमय शरीर से एक ज्योति उत्पन्न हो गई.
भगवान शिव की उत्पत्ति
फिर यह ज्योति पाताल और नभ की ओर बढ़कर जा रही थी, भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी ज्योति तक नहीं जा पाए.
शिव जी
इसके बाद भगवान विष्णु ने महादेव से ज्योत तक न पहुंच पाने के लिए क्षमा मांगी.