दुनिया का सबसे अमीर देश, फिर भी नेता करते हैं पैडलिंग; क्या है इस अनोखी परंपरा के पीछे का सच?
Netherlands Cycling Culture: नीदरलैंड दुनिया के उन अनोखे देशों में से है जहाँ अत्यधिक समृद्धि के बावजूद जीवनशैली अत्यंत सरल और पर्यावरण–अनुकूल है. यह वह देश है जहाँ करोड़ों की आमदनी कमाने वाले लोग, बड़े-बड़े नेता, मंत्री और यहां तक कि प्रधानमंत्री भी रोज़ाना साइकिल चलाकर दफ्तर पहुंचते हैं. यह सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि एक सामाजिक सोच, सांस्कृतिक पहचान और देश की सामूहिक जिम्मेदारी का हिस्सा है.
बेहतर जीवन गुणवत्ता और टिकाऊ भविष्य
दुनिया के कई देशों में अमीरी का मतलब बड़ी गाड़ियाँ, लाइफस्टाइल शो-ऑफ और तेज रफ्तार है, लेकिन नीदरलैंड में अमीरी का अर्थ है—बेहतर जीवन गुणवत्ता और टिकाऊ भविष्य.
साइकिल पर चलते हैं यहां पर लोग
यहाँ सड़कों पर लग्जरी कारें तो मिल जाती हैं, लेकिन भीड़ और शोर-शराबा नहीं. सड़कों पर आपको सबसे ज्यादा दिखाई देते हैं—हजारों लोग, हर उम्र के, ऑफिस जाते हुए, बच्चों को स्कूल छोड़ते हुए या सामान्य खरीदारी करते हुए… और यह सब साइकिल पर.
1970 के दशक के बाद ऐसा क्या हुआ?
यह बदलाव अचानक नहीं आया. इसकी जड़ें 1970 के दशक में हैं. उस समय दुनिया तेज़ी से मोटर वाहनों की ओर बढ़ रही थी, लेकिन नीदरलैंड में एक अलग संकट उभरा—बढ़ते सड़क हादसे और बच्चों की मौतों ने पूरे देश को झकझोर दिया.
नीदरलैंड को मिली निर्णायक दिशा
लोगों ने आवाज उठाई कि शहरों को कारों के लिए नहीं, इंसानों के लिए बनाया जाए. इसी दौरान तेल संकट ने भी देशों को ऊर्जा बचाने पर मजबूर किया. इन दोनों परिस्थितियों ने मिलकर नीदरलैंड को एक निर्णायक दिशा दी.
साइकिल पथ, सार्वजनिक परिवहन को किया गया मजबूत
सरकार ने शहरों की प्लानिंग बदली, साइकिल पथों का जाल बिछाया और सार्वजनिक परिवहन को मजबूत किया. धीरे-धीरे साइकिलिंग सिर्फ जरूरत नहीं रही, बल्कि जीवनशैली बन गई. आज यहां दुनिया का सबसे सुरक्षित और सबसे बड़ा साइकिल नेटवर्क है.
पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को प्राथमिकता
यहाँ का प्रत्येक शहर, चाहे एम्स्टर्डम हो या यूट्रेख्ट, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को प्राथमिकता देता है. ट्रैफिक नियम इतने सरल और लोगों की सुविधा पर आधारित हैं कि साइकिल चलाना कार से भी आसान लगता है.
पर्यावरण को बचाना मुद्दा
नीदरलैंड का यह मॉडल दुनिया के लिए एक संदेश है कि समृद्धि का मतलब कारों की लाइनें नहीं, बल्कि स्वस्थ, जिम्मेदार और मानवीय शहर हैं. यहाँ के लोग मानते हैं कि साइकिल चलाना न सिर्फ पर्यावरण को बचाता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है.
देश के पीएम भी साइकिल पर चलते हैं
यही कारण है कि प्रधानमंत्री से लेकर आम कर्मचारी तक, सभी दो पहियों पर चलना गर्व की बात समझते हैं. इस प्रकार, नीदरलैंड की साइकिल संस्कृति केवल यात्रा का तरीका नहीं—एक विचारधारा, सामाजिक मूल्य और भविष्य की पीढ़ियों के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है.