कौन हैं Reble? मेघालय की इस आवाज के दीवाने हुए फैंस, ‘धुरंधर’ रैप से लूटी महफिल!
Who Is Reble: ‘धुरंधर’ के म्यूज़िक ने अपनी ग्लोबल अपील से पूरे भारत में सुनने वालों को दीवाना बना दिया है. इसके स्टार्स में मेघालय की रैपर डियाफी लामारे भी हैं, जिन्हें रेबल के नाम से भी जाना जाता है, जिनके गानों को खूब तारीफ मिली है. ‘डिया’ के तौर पर अपने शुरुआती दिनों से लेकर अपने बोल्ड लिरिक्स और नॉर्थईस्ट को रिप्रेजेंट करने तक, रेबल इंडियन हिप-हॉप सीन को फिर से परिभाषित कर रही हैं.
'धुरंधर' के म्यूज़िक ने लूटी महफिल
'धुरंधर' का म्यूज़िक पूरे भारत में बहुत पॉपुलर हो गया है. इस एल्बम में अरबी स्टाइल के गाने, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन और पुराने और नए ट्रैक का मिक्स है जो दर्शकों को पसंद आ रहा है. कलाकारों में, रेबल के नाम से जानी जाने वाली डियाफी लामारे ने फिल्म के कुछ गानों में अपने रैप परफॉर्मेंस के लिए काफी ध्यान खींचा है.
कौन हैं Reble?
मेघालय के वेस्ट जयंतिया हिल्स की रहने वाली डाइफी लामारे, जिन्हें उनके स्टेज नाम रेबल से जाना जाता है, अपने रैप टैलेंट से धूम मचा रही हैं. 'रन डाउन द सिटी - मोनिका' और 'नाल नचना' जैसे गानों पर उनके शानदार परफॉर्मेंस ने उन्हें काफी तारीफ दिलाई है.
मेघालय की उभरती आवाज
जानकारी के मुताबिक, 22 साल की रेबल ने पांच साल की छोटी उम्र में ही संगीत के प्रति अपना प्यार खोज लिया था और रॉक और हिप-हॉप से लेकर इंडी तक कई तरह के जॉनर को एक्सप्लोर किया. दस साल की उम्र तक, वह गाने के बोल लिखने लगी थीं, रैप के साथ एक्सपेरिमेंट कर रही थीं और अपनी क्रिएटिव जर्नी शुरू कर चुकी थीं.
रेबेल के सफर की शुरुआत
रेबेल का म्यूज़िकल सफर 2018 में शुरू हुआ जब उन्होंने "दया" नाम से परफ़ॉर्म किया और सिम्फोनिक मूवमेंट के साथ पार्टनरशिप की. अगले साल, उन्होंने "रेबेल" के रूप में एक नई पहचान अपनाई और सिंगल "बैड" के साथ डेब्यू किया.
रेबेल की शानदार शुरुआत
'धुरंधर' पर अपने काम के अलावा, रेबेल ने मलयालम फिल्म 'लोकाह चैप्टर 1: चंद्रा' में भी अपनी पहचान बनाई है. इस प्रोजेक्ट पर उनके सहयोग ने साउंडट्रैक में एक अनोखी पहचान डाली जो सबसे अलग थी और एक कलाकार के रूप में उनकी प्रतिभा को दिखाया.
आदित्य धर की 'धुरंधर'
आदित्य धर की 'धुरंधर' जासूसी की दुनिया में उतरती है, जो भारत के RAW ऑपरेशन्स और वास्तविक दुनिया के भू-राजनीतिक संघर्षों से प्रेरणा लेती है. फिल्म की कहानी ऑपरेशन लियारी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो पाकिस्तान के कराची में आपराधिक सिंडिकेट और गैंग नेटवर्क के खिलाफ सरकार की एक बड़ी कार्रवाई है.