Most Sixes in ODI: वनडे में सबसे ज्यादा सिक्स हिट करने वाले दुनिया के 10 खतरनाक बल्लेबाज! लिस्ट में 4 भारतीय शामिल
वनडे क्रिकेट में छक्के सिर्फ़ रन नहीं, रोमांच का सबसे बड़ा ज़रिया हैं। मैदान में बैठे दर्शकों से लेकर टीवी के सामने दर्शकों तक हर कोई उस पल का इंतज़ार करता है जब गेंद हवा चीरते हुए बाउंड्री लाइन के पार चली जाए और ऐसा कमाल रोहित शर्मा के बल्ले से सबसे ज्यादा देखने को मिला है. आज हम आपको बता रहे हैं उन टॉप-10 बल्लेबाज़ों के बारे में, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाकर दुनिया को अपनी ताकत का लोहा मनवाया है. आइये जानते हैं.
1️⃣ रोहित शर्मा (भारत) – 352 छक्के
हिटमैन रोहित शर्मा ने 350 से ज़्यादा छक्के जमाकर दुनिया में सबसे आगे जगह बना ली है. उनकी टाइमिंग और फ्लैट छक्के मौजूदा क्रिकेट की पहचान बन चुके हैं.
2️⃣ शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान) – 351 छक्के
‘बूम-बूम’ अफरीदी ने सालों तक छक्कों का साम्राज्य चलाया. एक समय वह इस लिस्ट में सबसे ऊपर थे, अब बस एक छक्के से दूसरे नंबर पर.
3️⃣ क्रिस गेल (वेस्टइंडीज) – 331 छक्के
यूनिवर्स बॉस = यूनिवर्स ऑफ़ सिक्सेस! गेेल के लंबे-लंबे छक्कों ने गेंदबाज़ों में हमेशा खौफ पैदा किया.
4️⃣ सनथ जयसूर्या (श्रीलंका) – 270 छक्के
श्रीलंका के इस लेफ्टी दिग्गज ने पावरप्ले में छक्कों की शुरुआत की क्रांति की. उनका आक्रामक अंदाज़ आज भी याद किया जाता है.
5️⃣ एमएस धोनी (भारत) – 229 छक्के
फिनिशर नंबर-1! धोनी के छक्के अक्सर बड़े मौकों पर आते थे. खासकर मैच खत्म करने वाले हेलीकॉप्टर शॉट्स.
6️⃣इयोन मॉर्गन (इंग्लैंड) – 220 छक्के
इंग्लैंड को वर्ल्ड कप जिताने वाले मॉर्गन ने मिडल-ऑर्डर से ही छक्कों की बरसात की. नई ODI स्टाइल की असली मिसाल.
7️⃣ एबी डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका) – 204 छक्के
‘मिस्टर 360’ ने हर दिशा में छक्के जड़कर गेंदबाज़ों के लिए नई मुश्किलें पैदा कीं. उनका स्ट्राइक रेट खुद कहानी कहता है.
8️⃣ ब्रेंडन मैक्कुलम (न्यूज़ीलैंड) – 200 छक्के
तेज़ शुरुआत के जनक, मैक्कुलम ने ओपनिंग में छक्कों का तूफ़ान खड़ा करके मैच का रुख शुरुआत में ही मोड़ दिया.
9️⃣ सचिन तेंदुलकर (भारत) – 195 छक्के
तकनीक के उस्ताद सचिन ने छक्कों को भी क्लास में बदल, पावर नहीं, टाइमिंग ही उनका असली हथियार था.
🔟 सौरव गांगुली (भारत) – 190 छक्के
‘दादा’ के ऊँचे-ऊँचे छक्कों ने भारतीय टीम को आत्मविश्वास सिखाया, कवर के ऊपर से गेंद स्टैंड्स में भेजना इनकी पहचान था.