Breakup Tips For Self Growth: दिल टूटा है? अब वक्त है खुद को फिर से खोजने का, जानिए कैसे
जिंदगी में प्यार जितना खूबसूरत होता है, ब्रेकअप उतना ही दर्दनाक हो सकता है. जब कोई रिश्ता टूटता है, तो ऐसा लगता है जैसे सब कुछ खत्म हो गया हो नींद उड़ जाती है, मन खाली सा लगता है और खुद पर भरोसा भी डगमगाने लगता है. लेकिन सच्चाई ये है कि ब्रेकअप का मतलब अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत हो सकती है.तो चलिए जानते है कुछ ऐसे तरीको के बारे में जो आपको दोबारा जोड़ने में मदद करेंगे.
अपने दर्द को स्वीकार करें, उसे दबाएं नहीं
ब्रेकअप के बाद सबसे बड़ी गलती होती है अपनी भावनाओं को छिपाना. रोना, गुस्सा आना या खाली महसूस करना स्वाभाविक है. इन भावनाओं को दबाने से दर्द और बढ़ता है. खुद को महसूस करने दें, चाहे अकेले बैठकर रोना हो या किसी भरोसेमंद दोस्त से बात करना. जब आप अपनी भावनाओं को स्वीकार करते हैं, तभी आप हील हो पाएंगे.
सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाएं
ब्रेकअप के तुरंत बाद अपने एक्स की पोस्ट या स्टोरी देखना आपको और दुखी कर सकता है. इसलिए सोशल मीडिया से थोड़े दिन का ब्रेक लें.
खुद को व्यस्त रखें, लेकिन भागें नहीं
ब्रेकअप के बाद खुद को व्यस्त रखना जरूरी है, लेकिन इसका मतलब दर्द से भागना नहीं है. कुछ नया सीखें, अपने शौक पूरे करें या घर का काम खुद करें.
दोस्तों और परिवार से जुड़ें
ब्रेकअप के समय अकेलापन सबसे बड़ा दुश्मन होता है. ऐसे में अपने दोस्तों या परिवार के साथ वक्त बिताएं. उनके साथ खुलकर बातें करें, बाहर जाएं, हंसे और जिंदगी को हल्केपन से महसूस करें.
खुद की देखभाल को प्राथमिकता दें
ब्रेकअप के बाद सेल्फ-केयर यानी खुद की देखभाल सबसे जरूरी है. पौष्टिक खाना खाएं, पर्याप्त नींद लें और शरीर को आराम दें. चाहें तो मेडिटेशन करें या टहलने जाएं.
अपने एक्स को आदर्श मत बनाएं
कई लोग ब्रेकअप के बाद अपने एक्स को “सबसे अच्छा इंसान” मानकर खुद को दोषी ठहराने लगते हैं. यह सोच गलत है. हर इंसान में खूबियाँ और कमजोरियाँ दोनों होती हैं. रिश्ता टूटना सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि परिस्थितियों का परिणाम होता है.
अपनी पहचान दोबारा बनाएं
रिश्ते में हम अक्सर खुद को दूसरे की पसंद के हिसाब से ढाल लेते हैं. अब वक्त है अपनी असली पहचान को फिर से खोजने का. सोचें कि आपको क्या पसंद है, कौन सी चीज़ें आपको खुश करती हैं.
समय को अपना साथी बनाएं
हीलिंग कोई रातों-रात होने वाली चीज नहीं है. हर दिन थोड़ा-थोड़ा दर्द कम होगा, और एक दिन आप महसूस करेंगे कि अब मन हल्का है.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.