60s की टॉप एक्ट्रेस, शोहरत मिली सबसे ज्यादा, मगर मोहब्बत रही अधूरी , जानें अनकही कहानी
आशा पारेख 60 और 70 के दशक की सबसे सफल और अमिर एक्ट्रेस में गिनी जाती थीं. उनकी खूबसूरती, अभिनय और सादगी ने दर्शकों का दिल जीत था. लेकिन उनकी निजी जिंदगी में प्यार और शादी की कहानी बेहद अनोखी और दिलचस्प रही.तो चलिए जानते है उनकी जिंदगी से प्यार और शादी की कहानी बेहद आनोखी और दिलचस्प रही.
बॉलीवुड की सुपरस्टार हसीना
आशा पारेख ने 1960 और 70के दशक में लगातार हिट फिल्में दीं है. वह उस दौर की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस में से एक थीं और इसलिए उन्हें “हिट मशीन” भी कहा जाता था.
फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट से शुरुआत
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में की थी. लेकिन असली पहचान उनहें फिल्म दिल देके देखो ( 1959) से मिली, जिसने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया.
सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस
उस दौर में जब एक्ट्रस को कम फीस मिलती थीं, तो वही दूसरी तरफ आशा पारेख लाखों पैसे कमाती थी. उनकी सफलता और डिमांड ने उन्हें सबसे महंगी हीरोइन बना दिया था.
हर बड़े स्टार की फेवरेट हीरोइन
रोजेश खन्ना, शम्मी कपूर से लेकर धर्मेंद्र तक हर बड़े स्टार के साथ उन्होंने सुपरहिट फिल्में दी . उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री दर्शकों को बेहद पसंद करते है.
आशा पारेख की अधूरी मोहब्बत
आशा पारेख की निजी जिंदगी फिल्मों जितनी खुशहाल नहीं रही थी. उन्हें शादीशुदा शख्स से प्यार हो गया और इसी वजह से उन्हेंने शादी न करने का फैसला किया था.
ताउम्र रहीं कुंवारी
भले ही उनके लाखों चाहने वाले थे, लेकिन आशा पारेख ने कभी शादी नहीं की. साथ ही उन्होंने खुद कहा कि यह उनका निजी फैसला था और उन्हें कोई पछतावा नहीं है.
इंडस्ट्री में सम्मानित नाम
उनकी मेहनत और काम को देखते हुए उन्हें कई अवॉर्ड्स मिले. बाद में उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है.
उनकी मेहनत और काम को देखते हुए उन्हें कई अवॉर्ड्स मिले. बाद में उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है.
टीवी सीरियल्स की शुरूआत
सिर्फ फिल्मों तक सीमित न रहकर आशा पारेख ने टीवी सीरियल्स और प्रोडक्शन हाउस भी शुरू किया. उनका काम यहाँ भी काफी सराहा गया था.
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.