क्या आप भी 58 की उम्र में Akshay Kumar जैसी फिटनेस चाहते हैं? जानें उनका हेल्थ सीक्रेट!
अक्षय कुमार बॉलीवुड में सिर्फ एक्शन हीरो नहीं बल्कि अनुशासन और फिटनेस के प्रतीक हैं. 58 साल की उम्र में भी उनकी एनर्जी, स्टैमिना और लुक्स देखकर कोई नहीं कह सकता कि वे अपने 20s में नहीं हैं. उनका सीक्रेट कोई जादू नहीं, बल्कि रूटीन का रिजल्ट है.तो चलिए जानते हैं उनके फिटनेस के वो 8 राज जो हर किसी के लिए प्रेरणा बन सकते हैं.
जल्दी उठने और जल्दी सोने की आदत
अक्षय कुमार की दिनचर्या सूरज के साथ शुरू होती है. वे सुबह 4:30 बजे उठते हैं और रात 9:30 बजे तक सो जाते हैं. उनका मानना है कि नींद का सही समय शरीर को पुनर्जीवित करता है और मानसिक ऊर्जा बढ़ाता है. देर रात जागने से शरीर की लय बिगड़ जाती है, इसलिए वे इसे सख्ती से फॉलो करते हैं.
जिम से ज्यादा नेचर एक्सरसाइज पर भरोसा
अक्षय का मानना है कि फिटनेस सिर्फ मशीनों से नहीं आती, बल्कि प्राकृतिक मूवमेंट्स से आती है. वे मार्शल आर्ट, साइक्लिंग, स्विमिंग, योग और रस्सी कूद जैसी एक्सरसाइज करते हैं.
साधारण और पौष्टिक आहार
अक्षय का डाइट चार्ट बहुत सरल है. वे घर का बना खाना पसंद करते हैं,जैसे दाल, सब्जी, रोटी, सलाद और दही. वे जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और चीनी से पूरी तरह दूर रहते हैं. उनका मानना है कि असली ताकत थाली से आती है, प्रोटीन पाउडर से नहीं.
नशे और बुरी आदतों से पूरी दूरी
अक्षय कुमार कभी शराब, सिगरेट या नशे के किसी रूप को नहीं छूते. वे कहते हैं कि ये आदतें धीरे-धीरे शरीर को कमजोर और मन को अस्थिर कर देती हैं.
योग और ध्यान से मानसिक शांति
अक्षय रोजाना योग और ध्यान को अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं. उनका मानना है कि अगर मन शांत रहेगा तो शरीर खुद स्वस्थ रहेगा. योग से उन्हें लचीलापन, एकाग्रता और मानसिक स्थिरता मिलती है.
दिनभर एक्टिव रहना और शरीर को चलाते रहना
अक्षय कभी लंबे समय तक बैठे नहीं रहते. चाहे शूटिंग हो या ट्रैवल, वे बीच-बीच में स्ट्रेचिंग या वॉक करते रहते हैं. उनका मानना है कि शरीर को हमेशा एक्टिव रहना चाहिए. वे लिफ्ट की जगह सीढ़ियाँ चढ़ना, खुद काम करना और दिनभर मूवमेंट बनाए रखना पसंद करते हैं.
अनुशासन ही सबसे बड़ा सीक्रेट
अक्षय कुमार की सबसे बड़ी ताकत है उनका अनुशासन. चाहे कितनी भी व्यस्तता हो, वे अपने समय, खानपान और नींद के नियम नहीं तोड़ते. वे हर चीज़ को समय पर करना पसंद करते हैं. वर्कआउट, भोजन और आराम.
सकारात्मक सोच और खुशमिजाज जीवनशैली
अक्षय का मानना है कि खुश रहना भी फिटनेस का हिस्सा है. वे हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच रखते हैं और छोटी-छोटी बातों से खुशी लेते हैं. नकारात्मक लोगों और तनाव से दूरी बनाकर वे मानसिक रूप से हल्के रहते हैं.
Disclaimer
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