किसी ने की बस स्टॉप पर सफाई तो किसी ने थामा कटोरा; देखिए क्रिकेट जगत के उन 7 सितारों का ‘अर्श से फर्श’ तक का सफर
भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर पहले क्रिकेटर थे जिनके पास फरारी थी. महेंद्र सिंह धोनी के पास महंगी सुपरबाइक्स का एक दुर्लभ कलेक्शन है; विराट कोहली दुनिया के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले एथलीटों में से एक हैं और क्रिस गेल एक ऐसे आलीशान घर के मालिक हैं जो किसी फाइव-स्टार होटल से कम नहीं है.
आजकल IPL, PSL और बिग बैश जैसी फ्रेंचाइजी लीग्स की वजह से क्रिकेटर काफी अमीर हो रहे हैं. अब इस खेल के साथ बड़े बिज़नेस और मार्केटिंग जुड़ गए हैं, जिसने क्रिकेट को ग्लोबल बना दिया है और इसमें भारी पैसा शामिल है. अब यह लगभग तय है कि एक बार आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल लेते हैं, तो आपका आर्थिक भविष्य सुरक्षित हो जाता है.
लेकिन कुछ साल पहले तक स्थिति ऐसी नहीं थी. तब सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलकर रिटायर होने का मतलब यह नहीं था कि खिलाड़ी पूरी ज़िंदगी आराम से गुज़ार सके. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ कुछ खिलाड़ी मैच-फिक्सिंग जैसी गलत आदतों या निवेश में चूक के कारण गरीबी की कगार पर पहुँच गए.
1. विनोद कांबली
एक समय सचिन तेंदुलकर के साथ भारतीय क्रिकेट का भविष्य माने जाने वाले विनोद कांबली ने अपने करियर की शानदार शुरुआत की थी. हालांकि, समय के साथ उनका करियर ढलान पर आ गया और वे टीम से बाहर हो गए। आज कांबली फिर से चर्चा में हैं क्योंकि उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे अस्वस्थ दिख रहे थे। कांबली की कहानी 'अर्श से फर्श' तक की है; वे फिलहाल BCCI की लगभग 30,000 रुपये मासिक पेंशन पर निर्भर हैं. मुंबई जैसे महंगे शहर में इस आय के साथ गुज़ारा करना उनके लिए एक बड़ा संघर्ष है.
2. जनार्दन नवले
शायद बहुत कम लोग इस नाम को जानते होंगे, लेकिन जनार्दन नवले भारत के पहले टेस्ट विकेटकीपर थे. उन्होंने 1932 में लॉर्ड्स में भारत के ऐतिहासिक पहले टेस्ट मैच में हिस्सा लिया था. यह बेहद दुखद है कि जिस खिलाड़ी ने देश के लिए इतिहास रचा, उसके अंतिम दिन बहुत गरीबी में बीते. कुछ रिपोर्टों के अनुसार वे पुणे के पास भिखारी के रूप में देखे गए, तो कुछ के अनुसार उन्होंने एक चीनी मिल में चौकीदार के रूप में काम किया.
3. अंशुमन गायकवाड़
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मुख्य कोच अंशुमन गायकवाड़ ने रिटायरमेंट के बाद भारतीय क्रिकेट में कई भूमिकाएँ निभाईं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे खेले और बाद में नेशनल सेलेक्टर भी रहे.
4. अरशद खान
पाकिस्तान के पूर्व ऑफ-स्पिनर अरशद खान ने 1997 से 2006 के बीच पाकिस्तान के लिए 9 टेस्ट और 58 वनडे खेले। 2005 में भारत के खिलाफ कोच्चि में उनका 33 रन देकर 4 विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. कुछ समय पहले 'खलीज टाइम्स' की एक रिपोर्ट के अनुसार, अरशद खान सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में उबर (Uber) टैक्सी चलाते हुए पाए गए थे.
5. एडम होलिओके
ऑस्ट्रेलिया में जन्मे इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर एडम होलिओके एक समय इंग्लैंड की वनडे टीम के कप्तान भी थे. 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान उनके पारिवारिक बिज़नेस को भारी नुकसान हुआ और 2011 तक वे दिवालिया घोषित हो गए. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी रोज़ी-रोटी के लिए मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (MMA) का रुख किया.
6. मैथ्यू सिंक्लेयर
न्यूज़ीलैंड के मैथ्यू सिंक्लेयर ने अपने डेब्यू टेस्ट में दोहरा शतक जड़कर इतिहास रचा था. 2013 में संन्यास लेने के बाद वे लंबे समय तक बेरोज़गार रहे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और वैवाहिक जीवन पर बुरा असर पड़ा. पढ़ाई पूरी न होने के कारण उन्हें नौकरी मिलने में दिक्कत हुई. आज वे नेपियर में एक रियल एस्टेट सेल्सपर्सन के रूप में काम कर रहे हैं और अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
7. क्रिस केर्न्स
न्यूज़ीलैंड के महान ऑलराउंडरों में शुमार क्रिस केर्न्स का पतन सबसे चौंकाने वाला रहा. एक समय वे दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक थे, लेकिन 2013 में उन पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे. कानूनी लड़ाई में उनकी सारी जमा-पूंजी खत्म हो गई. स्थिति यहाँ तक पहुँच गई कि उन्हें न्यूज़ीलैंड में बस स्टॉप की सफाई और ट्रक चलाने जैसे काम करने पड़े. बाद में उन्हें कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ा.