Russian Crude Oil: आज हर भारतीय रोजमर्रा की जिंदगी में करता है रूस के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल, नहीं होगी इस बात की जानकारी
Russion Crude Oil India: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन दिनों दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं. आमतौर पर उनकी यात्राओं में रक्षा सौदे ही चर्चा में रहते हैं, लेकिन भारत-रूस संबंधों का एक ऐसा महत्वपूर्ण पहलू भी है, जिसके बारे में आम भारतीय को अक्सर जानकारी नहीं होती—और वह है रूसी कच्चा तेल, जिसका उपयोग हर भारतीय प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से करता है.
रूसी तेल पर लगी हुई है रोक
यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के चलते वैश्विक स्तर पर रूसी तेल पर रोक लगी. ऐसे माहौल में भारत रूस का सबसे बड़ा खरीदार बनकर सामने आया. रूस से मिलने वाला सस्ता कच्चा तेल भारत की ऊर्जा जरूरतों का एक अहम हिस्सा बन गया है.
पेट्रोल और डीज़ल
आज देश में इस्तेमाल होने वाला पेट्रोल और डीज़ल बड़े पैमाने पर उसी तेल से रिफाइन किया जाता है. जब भी कोई कार, बाइक या अन्य वाहन में ईंधन भरवाता है, तो संभावना अधिक होती है कि वह रूसी कच्चे तेल से रिफाइंड किया गया हो.
कच्चे तेल से प्रोसेस होकर बनती है एलपीजी
इसी तरह भारतीय घरों में खाना पकाने के लिए उपयोग होने वाले एलपीजी सिलेंडर भी रूसी तेल से सीधे जुड़े हुए हैं. कच्चे तेल से प्रोसेस होकर बनने वाली लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस अब अधिकतर रूस से आयातित क्रूड पर निर्भर है. रूसी इंपोर्ट बढ़ने के बाद घरेलू एलपीजी का बड़ा हिस्सा इसी स्रोत से आता है.
रोजमर्रा की प्लास्टिक की वस्तुएं
रोजमर्रा की प्लास्टिक की वस्तुएं—जैसे बोतलें, कंटेनर, पाइप, बाल्टी, किचन आइटम, खिलौने और पैकेजिंग—सबकी शुरुआत पेट्रोकेमिकल मटेरियल से होती है, जो कच्चे तेल से प्राप्त होता है. रूस से तेल की खरीद बढ़ने का अर्थ है कि भारत में उपयोग होने वाला बहुत-सा प्लास्टिक भी अब रूस से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है.
रूसी तेल की कम कीमत
भारत की रूसी तेल पर बढ़ती निर्भरता का सबसे बड़ा कारण है इसकी कम कीमत. डिस्काउंटेड रूसी तेल पेट्रोल, डीज़ल और एलपीजी के दामों को नियंत्रण में रखने में मदद करता है, जिससे घरेलू महंगाई कुछ हद तक काबू में रहती है.
ये चीजें भी रूसी कच्चे तेल पर निर्भर
केवल घरेलू उपयोग ही नहीं, बल्कि सड़क निर्माण, उर्वरक, विनिर्माण और पेट्रोकेमिकल उद्योग भी बड़े पैमाने पर रूसी कच्चे तेल पर निर्भर हैं. इस तरह रूसी तेल आज हर भारतीय की रोजमर्रा की जिंदगी में गहराई से शामिल हो चुका है, अक्सर बिना जानकारी के.