Delhi-NCR Pollution: इस विटामिन की हो सकती है भारी कमी, लक्षण बढ़ने से पहले यहां जानें बचने का तरीका
Delhi Pollution Vitamin D Deficiency: दिल्ली–एनसीआर में सर्दियों के दौरान प्रदूषण और स्मॉग लगातार बढ़ते जा रहे हैं, और इससे लोगों को सिर्फ सांस लेने में दिक्कत नहीं हो रही, बल्कि अब एक नई स्वास्थ्य चिंता भी सामने आई है. धुंध और धुएँ की मोटी चादर सूरज की किरणों को जमीन तक आने से रोक देती है, जिसके कारण लोगों के शरीर तक पर्याप्त धूप नहीं पहुँच पाती.
दिल्लीवासियों में तेजी से बढ़ रही विटामिन D की कमी
इसी वजह से दिल्ली–एनसीआर की आबादी में विटामिन D की कमी तेजी से बढ़ रही है, जिसे एक्सपर्ट्स एक "सीज़नल हेल्थ क्राइसिस" बता रहे हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार, हवा में मौजूद महीन धूलकण, औद्योगिक उत्सर्जन और वाहनों से निकलने वाले प्रदूषक तत्व UVB किरणों को अवरुद्ध कर देते हैं.
सर्दियों में बढ़ जाती है समस्या
UVB किरणें शरीर में विटामिन D बनाने के लिए ज़रूरी होती हैं. जब ये किरणें त्वचा तक नहीं पहुँचतीं, तो शरीर प्राकृतिक रूप से विटामिन D का निर्माण नहीं कर पाता. दिल्ली की सर्दियों में यह समस्या और बढ़ जाती है, क्योंकि नवंबर से जनवरी तक सूर्य का कोण नीचे होता है और धूप अपेक्षाकृत कम मिलती है.
सूर्य की रोशनी 40% तक हो जाती है कम
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि प्रदूषण के कारण सूर्य की रोशनी 40% तक कम हो सकती है, जिससे विटामिन D के स्तर पर सीधा असर पड़ता है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर लोगों को सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं.
किसको कितनी होती है विटामिन D की जरूरत?
बड़ों को प्रतिदिन 2000 IU, टीनएजर्स को 1000 IU, बच्चों को 600–1000 IU विटामिन D की जरूरत पढ़ती है. ये मात्रा शरीर की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने और प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं.
हालिया रिपोर्ट ने सभी को चौकाया
एक हालिया रिपोर्ट में—जो ICRIER और Anvka Foundation ने मिलकर जारी की—यह सामने आया है कि भारत में हर 5 में से 1 व्यक्ति में विटामिन D की कमी पाई जाती है. दिल्ली–एनसीआर जैसे प्रदूषण-ग्रस्त क्षेत्रों में यह समस्या राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है, क्योंकि यहाँ धूप के संपर्क में आना बेहद सीमित हो जाता है.
विटामिन D की कमी से क्या होता है?
विटामिन D की कमी से हड्डियाँ कमजोर होना, थकान, मांसपेशियों में दर्द, इम्यून सिस्टम कमजोर होना और मूड स्विंग जैसी समस्याएँ तेजी से बढ़ सकती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि लोग यदि नियमित रूप से धूप नहीं ले पा रहे हैं, तो उन्हें भोजन और सप्लीमेंट के माध्यम से विटामिन D की पूर्ति करनी चाहिए.
विटामिन D - गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या
सामान्यतः साफ आसमान और सीधी धूप विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत होती है, लेकिन दिल्ली–एनसीआर में बढ़ता स्मॉग इसे असंभव बनाता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप विटामिन D की कमी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है.