क्या है ADHD? कैसे करें इस नई बीमारी से बचाव, डॉ. सिद्धांत भार्गव से समझें
What is ADHD: अपने लेटेस्ट ADHD रील में, डॉ. सिद्धांत भार्गव बताते हैं कि फोकस में दिक्कतें अनुशासन की कमी क्यों नहीं हैं. वह बताते हैं कि कैसे रोज़ की आदतें एकाग्रता और इमोशनल बैलेंस को आकार देती हैं. इस दौरान वो आलिया का भी ज़िक्र करते हैं, जो छोटे लेकिन असरदार आदतों का इस्तेमाल करके अपने बिज़ी शेड्यूल को मैनेज करती हैं, जिससे उन्हें फोकस्ड, शांत और क्रिएटिव रहने में मदद मिलती है.
ADHD असल में कैसा महसूस होता है
डॉ. भार्गव के अनुसार, ADHD सिर्फ़ ध्यान भटकना नहीं है, यह लगातार दिमाग की दौड़ है. ध्यान कम हो जाता है, मोटिवेशन ऊपर-नीचे होता रहता है और रूटीन बनाए रखना मुश्किल लगता है. ADHD कोई पसंद नहीं है, यह दिमाग का अलग तरह से काम करना है, गलत तरीके से नहीं.
लाइफ़स्टाइल क्यों ज़रूरी है
डॉ. भार्गव बताते हैं कि ADHD वाले दिमाग को अनुमान लगाने वाली चीज़ें क्यों पसंद होती हैं, क्योंकि रूटीन से मानसिक शोर कम होता है. नींद, पानी पीना और खाने का समय सीधे एनर्जी और एकाग्रता पर असर डालते हैं.
गलत रूटीन बढ़ाएगा बेचैनी
अचानक बदलाव या अस्त-व्यस्त रूटीन बेचैनी बढ़ाते हैं. यह परफेक्शन के बारे में नहीं है, बल्कि सिर्फ़ आसान, दोहराई जाने वाली आदतें हैं जो मन को शांत रखती हैं और बेहतर फोकस में मदद करती हैं.
डाइट ADHD को कैसे प्रभावित करती है
ADHD वाले लोगों के लिए ब्लड शुगर का स्थिर रहना बहुत ज़रूरी है. अनियमित खाना या ज़्यादा चीनी वाले खाने से बेचैनी बढ़ सकती है, जबकि संतुलित खाना दिमाग को स्थिर रखने में मदद करता है.
बेहतर डाइट करेगी समस्या दूर
संतुलित भोजन, प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स खाने से मूड और फोकस को रेगुलेट करने में मदद मिलती है. डाइट ADHD को ठीक नहीं करती, लेकिन यह रोज़ाना के कामकाज में काफी सुधार करती है.