राम मंदिर के शिखर पर पीएम मोदी लहराएंगे भगवा ध्वज, इस भव्य आयोजन में क्या-क्या होगा? यहां जानें सारी जानकारी
Ayodhya Ram Mandir Flag Ceremony: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (25-11-25) को अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराने के लिए आएंगे, जो भव्य मंदिर के निर्माण के पूरा होने का प्रतीक है. इस कार्यक्रम के बाद, जिसे कई लोग प्रतीकात्मक “दूसरी प्राण प्रतिष्ठा” बता रहे हैं, प्रधानमंत्री सभा को संबोधित करेंगे. तिकोना झंडा फहराना जनवरी 2024 में राम लला के गर्भगृह में प्रतिष्ठित होने के बाद राम मंदिर के पूरा होने की औपचारिक घोषणा है.
भगवा झंडा गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश
प्रधानमंत्री ऑफिस के एक बयान में कहा गया है कि भगवा झंडा गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देगा और राम राज्य के आदर्शों को दिखाएगा.
बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद
झंडा फहराने से पहले सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त भगवान राम के 'दर्शन' के लिए राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचे हैं. इस मौके पर बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी विज़िटर्स के आने की उम्मीद है.
आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने 'शिखर' पर फहराया जाएगा झंडा
झंडा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने 'शिखर' पर फहराया जाएगा, जबकि आसपास का 800 मीटर का परकोटा मंदिर के अलग-अलग आर्किटेक्चर को दिखाएगा.
PM मोदी सप्तमंदिर जाएंगे
अयोध्या में अपने रहने के दौरान, PM मोदी सप्तमंदिर जाएंगे, जहां महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिर हैं. प्रधानमंत्री शेषावतार मंदिर और माता अन्नपूर्णा मंदिर भी जाएंगे, जहां वे राम दरबार गर्भ गृह में ‘दर्शन’ और ‘पूजा’ करेंगे.
इस तिथि का क्या है महत्व?
यह कार्यक्रम मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की शुभ पंचमी तिथि को पड़ रहा है, जो श्री राम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त के साथ मेल खाता है. यह तिथि नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस को भी दर्शाती है, जिन्होंने 17वीं शताब्दी में अयोध्या में 48 घंटे तक ध्यान किया था.
100 टन फूलों का हुआ इस्तेमाल
अयोध्या मंदिर और शहर को फूलों की शानदार सजावट से सजाया जा रहा है, इस पवित्र कार्यक्रम के लिए अयोध्या को सजाने के लिए लगभग 100 टन फूलों का इस्तेमाल किया गया है. PM मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर का 'भूमि पूजन' किया था और 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह 22 जनवरी, 2024 को हुआ था.
अयोध्या में भारी फोर्स तैनात
अयोध्या में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत ATS, NSG स्नाइपर्स, साइबर एक्सपर्ट्स और टेक्निकल टीमों के कमांडो समेत कुल 6,970 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं.
झंडे को उतारना और औपचारिक तौर पर वापस लेना
जब झंडे को आखिरकार वापस लेने की ज़रूरत होगी, तो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से उम्मीद है कि वह सम्मानजनक समारोह करेगा, जिसमें शायद सरयू नदी में रस्मी तौर पर विसर्जन या औपचारिक तौर पर उसे मोड़ना शामिल होगा, जो भारतीय सेना और विरासत संस्थानों में मनाए जाने वाले झंडे को वापस लेने के प्रोटोकॉल जैसा होगा.