India’s Rarest wildlife animal – जानिये भारत में दुर्लभ जीवों की रोमांचक खोज के बारे में, जो होने वाले दुनिया से ज्लद ही खत्म
भारत एक ऐसा देश है जहां पर अलग-अलग तरीके के पक्षी और जानवर देखने को मिलते हैं जो पहाड़ों में या फिर नदियों के पास रहते हैं, कुछ जानवर ऐसे भी हैं। जो आसानी से दिख जाते है, जैसे की हाथी, बंदर,घोड़ा लेकिन कुछ दुर्बल जीव भी है जो काफी मुश्किल से दिखते है,क्योंकि उनकी संख्या दिन पर दिन कम होती जा रही है इसकी वजह से गवर्नमेंट ने उनको एक सुरक्षित जगह पर रख रखा है, तो चलिए जानते हैं कौन से कुछ ऐसे जानवर है जो ज्लद ही विलुप्त हो जाएंगे।
एशियाई शेर
इस शहर को गुजरात का शेर भी कहा जाता है यह शेर खाली भारत में पाए जाते हैं यह जल्दी खत्म होने वाले हैं, यह दुनिया के एकमात्र जंगली आबादी बची हुई है दुनिया में वैज्ञानिकों का कहना है खाली 674 शेर ही दुनिया में बचे हुए हैं।
ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
यह पक्षी भारत की राजधानी इलाके में पाया जाता है लेकिन साथ ही साथ गुजरात महाराष्ट्र कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भी देखने को मिलते हैं, यह ज्यादातर झाड़ी वाले इलाके में रहते हैं यह लोग कीड़े मकोड़े बीच जैसी चीज खाते हैं।
शेर मूछ वाला मकाक
यह एक बंदर की प्रजाति है जो सिर्फ पश्चिमी घाट में पाई जाती है यह जल्द विलुप्त होने वाले हैं, यह बंदर काले रंग के होते हैं और सफेद रंग के मुंह पर उनके बाल होते हैं जिससे यह एकदम लंगूर जैसे दिखते हैं ।
मालाबार सीवेट
इस जानवर को माल बार बड़े स्पॉट्स सिवेट भी कहा जाता है यह भारत के पश्चिमी घाट में पाया जाने वाला एक संकटग्रस्त जानवर है, इसके शरीर पर बहुत सारे धब्बे होते हैं यह ज्यादातर जंगलों या फिर दलदलो में पाए जाते हैं।
संगाई हीरण
यह हिरण बस मणिपुर में पाए जाते हैं इस हिरण के सीन एकदम आइब्रो जैसे होते हैं यह तैरने में सबसे आगे होते हैं शंघाई हिरण को नाचता हुआ हिरण भी कहा जाता है क्योंकि यह उछलता कूदता चलता है।
नीलगिरी तहर
यह एक पहाड़ी बकरी है जो पश्चिमी घाट में पाई जाती है यह तमिलनाडु का राज्य पशु भी माना जाता है और इससे वरयाडु भी कहा जाता है।
स्नो लेपर्ड
स्नो लेपर्ड को हम हिम तेंदुआ भी कहते हैं यह एक सुंदर दुर्लभ और रहस्यमई बिल्ली की प्रजाति मानी जाती है यह तेंदुआ ऊंचे पहाड़ी इलाकों में रहते हैं जैसे कि लद्दाख उत्तर प्रदेश और हिमाचल स्नो लेपर्ड छलांग लगाने में माहिर होते हैं
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. inkhabar इसकी पुष्टि नहीं करता है.