गांगुली से लेकर धोनी-विराट और रोहित तक 7 कप्तान जिनसे अचानक छीन ली गई टीम इंडिया की बागडोर!
Indian team captaincy: भारतीय क्रिकेट में कप्तानी हमेशा एक जिम्मेदारी से कहीं ज़्यादा रही है. यह एक भावना, सत्ता और सम्मान का प्रतीक रही है. हर दौर में कप्तानों ने टीम इंडिया को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया, लेकिन अंत में लगभग सभी को राजनीति, प्रणाली या वक्त के सामने झुकना पड़ा. आज जब गिल, रोहित और हार्दिक के बीच रोटेशन दिखता है, तो साफ समझ आता है कि कप्तान भले बदल जाएं, लेकिन दबाव वही रहता है.
यहां जानिए उन 10 भारतीय कप्तानों की कहानी, जिनसे किसी न किसी वजह से कप्तानी छीन ली गई. कभी विवादों ने, कभी राजनीति ने और कभी हालात ने.
1. सौरव गांगुली
2005 में ग्रेग चैपल विवाद के बीच सौरव गांगुली की कप्तानी छीन ली गई.
टीम के भीतर मतभेद और खराब फॉर्म की वजह से बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ को कप्तान बना दिया.
फिर भी ‘दादा’ ने वापसी कर बल्ले से जवाब दिया और हमेशा की तरह फैन्स के दिलों में अमर हो गए.
उन्होंने भारत की कमान 195 मैचों में संभाली और 97 में जीत दर्ज की.
2. महेंद्र सिंह धोनी
भारत को तीनों ICC ट्रॉफियां दिलाने वाले धोनी ने धीरे-धीरे कप्तानी छोड़ दी. पहले टेस्ट, फिर वनडे और टी20।
भले ही इसे "स्वैच्छिक निर्णय" कहा गया, लेकिन अंदरखाने बदलाव की बयार चल रही थी.
332 मैचों में कप्तानी करते हुए धोनी ने 178 जीत दर्ज कीं और भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी.
3. विराट कोहली
विराट कोहली के दौर में भारत ने कई बड़ी जीतें देखीं, लेकिन बीसीसीआई के साथ उनके रिश्ते बिगड़ गए. टी20 छोड़ने के बाद वनडे कप्तानी भी उनसे ले ली गई. कोहली ने खुद बताया था कि उन्हें बदलाव की सूचना टीम चयन से सिर्फ 90 मिनट पहले मिली थी.
213 मैचों में 135 जीतें उनके रिकॉर्ड में दर्ज हैं.
4. केएल राहुल
कई मौकों पर टीम की कमान सौंपी गई, लेकिन उनकी फॉर्म और स्ट्राइक रेट पर लगातार सवाल उठे।
धीरे-धीरे हार्दिक और गिल को उनसे ऊपर रखा गया.
राहुल ने 16 मैचों में कप्तानी की और 11 में जीत हासिल की.
5. ऋषभ पंत
2022 के कार एक्सीडेंट ने पंत के करियर की दिशा बदल दी.
वो कप्तान बनने की राह पर थे, लेकिन लंबी चोट से वापसी मुश्किल हो गई.
उनकी कप्तानी में भारत ने 5 मैच खेले 2 जीते, 2 हारे, 1 बेनतीजा रहा.
6. हार्दिक पांड्या
गुजरात टाइटंस को ट्रॉफी जिताने के बाद हार्दिक को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया.
लेकिन चोटों, रवैये और प्रबंधन के मतभेदों के चलते उनका भरोसा कमजोर पड़ा.
19 मैचों में कप्तानी करते हुए उन्होंने 12 में जीत दर्ज की.
7. रोहित शर्मा
रोहित ने भारत को 2023 वर्ल्ड कप फाइनल, 2024 टी20 विश्व कप और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी तक जिताया,
फिर भी उनसे वनडे कप्तानी छीन ली गई.
कभी विराट के साथ जो हुआ था, अब वही उनके साथ हुआ.
रोहित ने 142 मैचों में कप्तानी की और 103 में जीत हासिल की .
शायद भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक.