खतरे में सूर्यकुमार की कप्तानी और गिल का करियर? गंभीर के पास अब बचा है सिर्फ एक ‘ब्रह्मास्त्र’ जो World Cup में करेगा नैया पार!
भारतीय क्रिकेट में इस वक्त एक अजीब सा विरोधाभास चल रहा है. एक तरफ हेड कोच गौतम गंभीर की वो सख्त रणनीति है जिसे वो पसंद नहीं करते, तो दूसरी तरफ टीम के दो सबसे बड़े नाम सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल का वो ‘रन संकट’ जिसने लीडरशिप ग्रुप की रातों की नींद उड़ा दी है. धर्मशाला की जीत ने भले ही स्कोरबोर्ड पर राहत दी हो, लेकिन ड्रेसिंग रूम के अंदर का डर कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ अगले मुकाबले से पहले सवाल यह नहीं है कि भारत जीतेगा या नहीं, बल्कि सवाल यह है कि क्या टीम इंडिया का टॉप-ऑर्डर अपने ही जाल में फंस चुका है? इस अंधेरी सुरंग के आखिर में सिर्फ एक ही खिलाड़ी की चमक दिख रही है, जिसके आंकड़ों ने दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया है. आखिर कौन है वो खिलाड़ी जिसने टीम को बिखरने से बचाया और क्या सूर्या-गिल का ‘सूखा’ वर्ल्ड कप के सपनों पर पानी फेर देगा?o
1. संकट में भारतीय टॉप-ऑर्डर: क्या अभिषेक शर्मा बनेंगे तारणहार?
गौतम गंभीर की कोचिंग शैली में व्यक्तिगत प्रदर्शन से ऊपर टीम की जीत होती है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे T20I से पहले भारतीय खेमे में चिंता की लहर है. टीम के दिग्गज बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और अब सबकी निगाहें नए 'सुपरस्टार' अभिषेक शर्मा पर टिकी हैं.
2. सूर्यकुमार और शुभमन गिल की फॉर्म बनी चिंता का विषय
कप्तान सूर्यकुमार यादव और उप-कप्तान शुभमन गिल के लिए पिछला कुछ समय किसी बुरे सपने जैसा रहा है. जहाँ सूर्या के बल्ले से साल भर वह पुरानी चमक नहीं दिखी, वहीं गिल अपनी IPL वाली लय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोहराने में नाकाम रहे हैं. दोनों दिग्गजों का फॉर्म से बाहर होना टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है.
3. 'अभिषेक फैक्टर': दबाव को खत्म करने वाला युवा सितारा
धर्मशाला में जब 118 रनों का आसान लक्ष्य भी मुश्किल लगने लगा, तब अभिषेक शर्मा की 18 गेंदों में 35 रनों की तूफानी पारी ने मैच का रुख बदल दिया. अभिषेक ने अपने सीनियर खिलाड़ियों का बचाव करते हुए कहा कि शुभमन और सूर्या जल्द ही वर्ल्ड कप में भारत को मैच जिताएंगे, लेकिन फिलहाल मैदान पर वही सबसे घातक नजर आ रहे हैं.
4. मिडिल ऑर्डर की अस्थिरता और नंबर 3 की पहेली
भारतीय बल्लेबाजी क्रम में नंबर 3 की पोजीशन एक पहेली बन गई है. पिछले सात मैचों में किसी भी बल्लेबाज ने इस स्थान पर लगातार दो बार बल्लेबाजी नहीं की है. धर्मशाला में सूर्यकुमार और गिल दोनों को सेट होने का मौका मिला, लेकिन खराब शॉट सिलेक्शन के कारण उन्होंने अपने विकेट गंवा दिए, जिससे टीम पर दबाव बढ़ गया.
5. आंकड़ों में गिरावट: अभिषेक के बिना कमजोर पड़ता भारत
सांख्यिकीय रूप से, अभिषेक शर्मा के बिना भारत का टॉप-ऑर्डर काफी कमजोर नजर आता है. उनके टीम में न होने से स्ट्राइक रेट 147.79 से गिरकर 124.20 पर आ जाता है. विश्व कप की टॉप-8 टीमों में भारत का यह प्रदर्शन सबसे धीमा है, जो चिंता का विषय है.
6. इकाना स्टेडियम की चुनौती और तिलक वर्मा का संघर्ष
लखनऊ के इकाना स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए हमेशा कठिन रही है। यहाँ शुभमन गिल का स्ट्राइक रेट महज 120 के आसपास है, जबकि तिलक वर्मा भी तेजी से रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. सूर्यकुमार के लिए भी यहाँ बड़ी पारी का सूखा खत्म करना एक बड़ी चुनौती होगी.
7. वर्ल्ड कप की तैयारी: आखिरी मौका और बॉलिंग की ताकत
2025 टी20 वर्ल्ड कप की टीम घोषित होने से पहले अब गिने-चुने मैच ही बचे हैं. बल्लेबाजी की कमियों के बीच भारत की ताकत उसका गेंदबाजी विभाग है, जिसमें कई 'X-फैक्टर' खिलाड़ी मौजूद हैं। क्या भारतीय टीम अपनी समझदारी भरी बल्लेबाजी से इन कमियों को दूर कर पाएगी?