माँ बनने का दबाव या करियर का सपना? रिया चक्रवर्ती ने ‘एग फ्रीजिंग’ पर तोड़ी चुप्पी
Rhea Chakraborty and Egg Freezing: बॉलीवुड की सबसे ज्यादा चर्चित अभिनेत्रियों में से एक रिया चक्रवर्ती ने हाल ही में अपने पॉडकास्ट ‘चैप्टर 2′ में एग फ्रीजिंग (Egg Freezing) को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. जिसमें उन्होंने ने यह बताया कि वह एक अजीब कशमकश में हैं, जहाँ उनकी ‘बायोलॉजिकल क्लॉक‘ उन्हें बच्चे पैदा करने का संकेत दे रही है, जबकि उनका दिमाग करियर और बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करने को कह रहा है.
रिया चक्रवर्ती का खुलासा
रिया ने अपने पॉडकास्ट में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने हाल ही में एक गायनेकोलॉजिस्ट (Gynecologist) से मुलाकात की. जिसपर उन्होंने इस स्थिति को 'अजीब' बताते हुए कहा कि "आपका शरीर कहता है कि आपको बच्चे चाहिए, लेकिन आपका दिमाग कहता है कि आपके पास पहले से ही एक बच्चा है—आपका ब्रांड और आपका बिजनेस.
क्या है एग फ्रीजिंग?
यह एक मेडिकल तकनीक है जिसमें महिला के अंडाशय (Ovaries) से अंडों को निकालकर उन्हें बेहद कम तापमान पर सुरक्षित (Freeze) कर दिया जाता है. जो भविष्य में, जब महिला गर्भधारण करना चाहती है, तो इन अंडों को पिघलाकर लैब में फर्टिलाइज किया जाता है और फिर गर्भाशय में प्रत्यारोपित (Implanted) किया जाता है.
एग फ्रीजिंग का उद्देश्य और सही उम्र
करियर, सही पार्टनर की तलाश, या किसी मेडिकल स्थिति जैसे कैंसर का इलाज की वजह से जो महिलाएं अभी मां नहीं बनना चाहतीं, वे अपनी फर्टिलिटी को 'पॉज' करने के लिए ऐसा करती हैं. डॉक्टर आमतौर पर 25 से 35 साल के बीच एग फ्रीज कराने की सलाह देते हैं, क्योंकि इस उम्र में अंडों की गुणवत्ता और संख्या सबसे अच्छी होती है.
भारत में एग फ्रीजिंग का खर्च
भारत के बड़े शहरों में एग फ्रीजिंग एक महंगी प्रक्रिया मानी जाती है. लगभग 1.2 लाख से 2.5 लाख रुपये तक. ओवरी को उत्तेजित (Excited) करने के लिए दिए जाने वाले इंजेक्शन का खर्च अलग से 50 हजार से 80 हजार रुपये तक हो सकता है. अंडों को सुरक्षित रखने के लिए हर साल 15 हजार से 30 हजार रुपये का रेंटल चार्ज भी देना होता है.
इन बॉलीवुड अभिनेत्रियों ने भी चुना यह रास्ता
रिया से पहले कई नामचीन अभिनेत्रियों ने एग फ्रीजिंग के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने अपनी ग्लोबल सफलता और करियर पर ध्यान देने के लिए 30 की उम्र के शुरुआती दौर में एग फ्रीज कराए थे. एकता कपूर और मोना सिंह: इन दोनों ने भी करियर और सही समय की प्रतीक्षा के लिए इस तकनीक को अपनाया.